कई मुन्नियों के लिए परेशानी बना 'मुन्नी बदनाम..'
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लाहौर। बॉलीवुड फिल्म 'दबंग' का गीत 'मुन्नी बदनाम हुई..' दर्शकों को तो बेहद पसंद आ रहा है लेकिन वास्तविक जीवन की मुन्नियों के लिए यह गीत परेशानी का सबब बन गया है। इस गाने के लोकप्रिय होने के बाद पाकिस्तान में दो बच्चों की मुन्नी नाम की मां को इतना परेशान किया गया कि उसे अपनी दुकान तक बंद करनी पड़ी।
मुन्नी एक सामान्य नाम है और इस नाम की कई महिलाएं हैं। जिस दिन से 'मुन्नी बदनाम हुई' लोकप्रिय हुआ है उसी दिन से यह गीत यहां की मुन्नी के लिए मुसीबत बन गया। मुन्नी के घर में ही उसकी दुकान थी लेकिन जब यह गीत लोगों की जुबान पर चढ़ा तब से उनके लिए अपनी दुकान खोलना मुश्किल हो गया।
समाचार पत्र 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक मुन्नी कहती हैं, "हमेशा कोई न कोई मेरी दुकान पर आता और मेरे ग्राहकों के सामने 'मुन्नी बदनाम हुई डार्लिग तेरे लिए' कहकर चला जाता। पहले तो मैंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और इसे नजरअंदाज करने की कोशिश की लेकिन बाद में यह रोज का सिलसिला बन गया और मैं इससे चिढ़ने लगी।"
उन्होंने कहा, "यहां तक कि कई लोग उनकी दुकान के सामने से निकलते हुए इस गीत को जोर से गाते थे। मैं उनमें से कई पर चीखी-चिल्लाई लेकिन वे हंसते हुए चले जाते थे।"
मुन्नी ने कहा, "अंतत: मैं इस व्यवहार को लम्बे समय तक सहन नहीं कर सकी और मैंने कई दिनों के लिए अपनी दुकान बंद कर दी। अब इसे बंद हुए दो महीने हो गए हैं और मैंने अब भी दुकान शुरू नहीं की और यदि मैं ऐसा करती हूं तो वहां मैं खुद नहीं बैठूंगी।"
दो बच्चों की मां मुन्नी कहती हैं कि इस गीत का उनके निजी जीवन पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा, "मुझे देखकर पड़ोस के लड़के जोर-जोर से यह गीत गाना शुरू कर देते हैं। कई बार वे मुझे परेशान करने के लिए इसे टेप पर बजाते हैं। यह गीत मेरे लिए वास्तव में एक बुरा सपना हो गया है।"
मुन्नी अकेली ही इस गीत से परेशान नहीं है। एक स्कूल की प्राचार्या शाहिदा मुन्नी भी इससे त्रस्त हैं। शाहिदा कहती हैं, "मैं अपने पड़ोस में निकलते समय हमेशा डरी रहती हूं कि कहीं कोई यह गीत न गाए। कई बार मेरा डर वास्तविकता में तब्दील हो जाता है क्योंकि कई लड़के मुझे देखकर या तो यह गीत गाने लगते हैं या स्टीरियो पर इसे बजाते हैं।"
मुन्नी एक सामान्य नाम है और इस नाम की कई महिलाएं हैं। जिस दिन से 'मुन्नी बदनाम हुई' लोकप्रिय हुआ है उसी दिन से यह गीत यहां की मुन्नी के लिए मुसीबत बन गया। मुन्नी के घर में ही उसकी दुकान थी लेकिन जब यह गीत लोगों की जुबान पर चढ़ा तब से उनके लिए अपनी दुकान खोलना मुश्किल हो गया।
समाचार पत्र 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक मुन्नी कहती हैं, "हमेशा कोई न कोई मेरी दुकान पर आता और मेरे ग्राहकों के सामने 'मुन्नी बदनाम हुई डार्लिग तेरे लिए' कहकर चला जाता। पहले तो मैंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और इसे नजरअंदाज करने की कोशिश की लेकिन बाद में यह रोज का सिलसिला बन गया और मैं इससे चिढ़ने लगी।"
उन्होंने कहा, "यहां तक कि कई लोग उनकी दुकान के सामने से निकलते हुए इस गीत को जोर से गाते थे। मैं उनमें से कई पर चीखी-चिल्लाई लेकिन वे हंसते हुए चले जाते थे।"
मुन्नी ने कहा, "अंतत: मैं इस व्यवहार को लम्बे समय तक सहन नहीं कर सकी और मैंने कई दिनों के लिए अपनी दुकान बंद कर दी। अब इसे बंद हुए दो महीने हो गए हैं और मैंने अब भी दुकान शुरू नहीं की और यदि मैं ऐसा करती हूं तो वहां मैं खुद नहीं बैठूंगी।"
दो बच्चों की मां मुन्नी कहती हैं कि इस गीत का उनके निजी जीवन पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा, "मुझे देखकर पड़ोस के लड़के जोर-जोर से यह गीत गाना शुरू कर देते हैं। कई बार वे मुझे परेशान करने के लिए इसे टेप पर बजाते हैं। यह गीत मेरे लिए वास्तव में एक बुरा सपना हो गया है।"
मुन्नी अकेली ही इस गीत से परेशान नहीं है। एक स्कूल की प्राचार्या शाहिदा मुन्नी भी इससे त्रस्त हैं। शाहिदा कहती हैं, "मैं अपने पड़ोस में निकलते समय हमेशा डरी रहती हूं कि कहीं कोई यह गीत न गाए। कई बार मेरा डर वास्तविकता में तब्दील हो जाता है क्योंकि कई लड़के मुझे देखकर या तो यह गीत गाने लगते हैं या स्टीरियो पर इसे बजाते हैं।"
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