**रा धा/ध: स्व आ मी!
10-07-24- आज शाम सतसंग में पढ़ा गया बचन- कल से आगे:- (2.5.32 सोम)- मौलाना शौकत अली साहब ने शादी कर ली है। आपकी उम्र 68 अड़सठ साल बतलाई जाती है। लोग तरह तरह की नुक्ताचीनियाँ (आलोचनायें) कर रहे हैं। कोई कुछ कहता है कोई कुछ। लॉर्ड रीडिंग ने क़रीबन (लगभग) इसी उम्र में शादी की थी लेकिन एक शख्स ने भी ज़बान न खोली। क्या मौलाना साहब इस बात के लिये मुबारकबाद के मुस्तहक़ (अधिकारी) नहीं हैं कि उन्होंने दुनिया को दिखला दिया कि अब अहले-हिन्द (भारत वाले) पहले के से कमजोर नहीं रहे हैं।
दयालबाग की साख़्ता (निर्मित) घड़ी एक हफ़्ता से मेरे कमरे में रखी है। ठीक चल रही है। साल में एक मर्तबा चाभी मांगती है। उम्मीद होती है कि तजर्बे में कामिल(पूरी) कामयाबी हासिल (प्राप्त) हुई है। 8 और घड़ियाँ बनाने के लिए इजाजत दे दी गई है। क्रमशः ....
🙏🏻रा धा/ध: स्व आ मी🙏🏻
रोजाना वाक़िआत-
परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज!**