ऐतिहासिक है उमगा का सूर्य मंदिर - पार्ट -२
गर्भ गृह में भगवान विष्णु , माता लक्ष्मी श्री गणेश के साथ है विराजमान , करे आप भी दर्शन
धीरज पाण्डेय
ऐतिहासिक , धार्मिक , पौराणिक द्रिस्टीकोण से अति महत्वपूर्ण उमगा की पहाड़ी जहाँ कण कण में बसते है भगवान , क्योकि जैसे ही आप पर्वत पर जायेंगे तो मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही ठीक सामने भगवान विष्णु जो अष्टदल कमल पर विराजमान है साथ ही उनकी बाई ओर माता लक्ष्मी एवं दाई ओर प्रथम पुजय्नीय भगवान श्री गणेश की प्रतिमा विराजमान है। गर्भ गृह के बाहर अर्थात मंदिर के अंदर ही भगवान भोलेनाथ स्वयं नटराज के रूप में विराजमान है एवं मंदिर के कोने कोने में भगवान श्री राम माता जानकी एवं भाई लक्ष्मण के साथ विराजमान है , साथ की भगवान गणेश एवं विष्णु सहित कई देवी देवताओ की मूर्तियां विराजमान है ,
आगे पढ़े , जहाँ कण कण में है भगवान -
गर्भ गृह में भगवान विष्णु , माता लक्ष्मी श्री गणेश के साथ है विराजमान , करे आप भी दर्शन
धीरज पाण्डेय
ऐतिहासिक , धार्मिक , पौराणिक द्रिस्टीकोण से अति महत्वपूर्ण उमगा की पहाड़ी जहाँ कण कण में बसते है भगवान , क्योकि जैसे ही आप पर्वत पर जायेंगे तो मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही ठीक सामने भगवान विष्णु जो अष्टदल कमल पर विराजमान है साथ ही उनकी बाई ओर माता लक्ष्मी एवं दाई ओर प्रथम पुजय्नीय भगवान श्री गणेश की प्रतिमा विराजमान है। गर्भ गृह के बाहर अर्थात मंदिर के अंदर ही भगवान भोलेनाथ स्वयं नटराज के रूप में विराजमान है एवं मंदिर के कोने कोने में भगवान श्री राम माता जानकी एवं भाई लक्ष्मण के साथ विराजमान है , साथ की भगवान गणेश एवं विष्णु सहित कई देवी देवताओ की मूर्तियां विराजमान है ,
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