आईआईएमसी देगी मास्टर और डाक्टरेट डिग्री
सरकार ने देश के शीर्ष मीडिया एवं जनसंचार प्रशिक्षण संस्थान - भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) में चलाये जा रहे एक साल के स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को मास्टर डिग्री के समतुल्य दो साल की अवधि वाले पाठ्यक्रमों की योजना बनायी है। इसके अलावा आईआईएमसी में डाक्टरेट डिग्री देने की भी योजना बनायी गयी है।
साथ ही सरकार ने आईआईएमसी को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित करने के लिये संसद में एक अधिनियम लाने जा रही है। संसद में विधेयक पारित होने के बाद संस्थान में डाक्टरेट कार्यक्रम भी शुरू किये जायेंगे। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार संस्थान में दो साल के मास्टर डिग्री पाठ्यक्रम को शुरू करने संबंधी पूरी तैयारी हो चुकी है और इस संदर्भ में सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को पत्र लिखकर यथाशीघ्र आवश्यक अनुमति देने का अनुरोध किया है। इसके अलावा संस्थान के निदेशक की ओर से गत वर्ष नवम्बर में इस सिलसिले में मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र लिखा गया था लेकिन अभी तक पत्र का जवाब नहीं आया है।
संस्थान के सूत्रों का कहना है कि अगर एक सप्ताह के भीतर मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मास्टर डिग्री के समतूल्य दो साल के पाठ्यक्रम चलाने संबंधी अनुमति मिल जाती है तो मौजूदा शैक्षणिक वर्ष में ही पाठ्यक्रम शुरू हो जायेगा अन्यथा अगले साल से यह पाठ्यक्रम शुरू होगा। इस समय संस्थान में हिन्दी पत्रकारिता, अंग्रेजी पत्रकारिता, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, रेडियो एवं टेलीविजन पत्रकारिता एवं विकास पत्रकारिता में एक साल के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चलाये जा रहे हैं। मानव संस्थान विकास मंत्रालय से मंजूरी मिल जाने के बाद इन सभी पाठ्यक्रमों को दो साल के एडवांस स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में बदल दिये जायेंगे तथा इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रियायें अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा के आधार पर इस साल जुलाई तक पूरी हो जायेगी और इसके तुरंत बाद ये पाठ्यक्रम शुरू हो जायेंगे।
इसके अलावा सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने देश के चार राज्यों - जम्मू एवं कश्मीर, मिजोरम, महाराष्ट्र (विदर्भ) और केरल में भारतीय जनसंचार संस्थान की चार शाखाओं की स्थापना की भी योजना बनायी है। सरकार ने संस्थान को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार उन्नत बनाने का लक्ष्य रखा है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आईआईएमसी विकास पत्रकारिता और मीडिया प्रबंधन के क्षेत्र में एम ए डिग्री पाठ्यक्रम के समकक्ष दो और एडवांस्ड पी जी डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी षुरू करने की योजना बनायी है। साथ ही आईआईएमसी को अंतर्राष्ट्रीय मीडिया विश्वविद्यालय के स्तर तक उन्नयन के लिये इसके संचार अनुसंधान विभाग का सुदृढ़ किया जायेगा। साभार - www.firstnewslive.com
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