भारत और पाकिस्तान सीमा, अन्तर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच एक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा है, जो भारतीय राज्यों को पाकिस्तान के चार प्रांतों से अलग करती है। यह सीमा उत्तर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) से, जो पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित कश्मीर को भारतीय कश्मीर से अलग करती है, वाघा तक तक जाती है, जो कि पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत को पूर्व में विभाजित करती है। दक्षिण में शून्य बिंदु, भारत के गुजरात और राजस्थान को पाकिस्तान के सिंध प्रांत से अलग करता है।[1]
1947 में रेडक्लिफ रेखा के आधार पर तैयार किया गया और बनाया गया सीमा, जो पाकिस्तान और भारत को एक दूसरे से विभाजित करती है, विभिन्न शहरी इलाकों से लेकर निर्जन रेगिस्तान के विभिन्न इलाकों से होकर जाती है। आगे चल कर यह सीमा अरब सागर में, पाकिस्तान के मनोरा द्वीप से मुंबई के हार्बर के मार्ग पर चलती हुई दक्षिण पूर्व तक जाती है।
भारत और पाकिस्तान सीमा पर स्वतंत्रता के बाद से, दोनो देश के बीच कई संघर्ष और युद्ध देख चुका है, और यह दुनिया की सबसे जटिल सीमाओं में से एक है।[2] पीबीएस द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार सीमा की कुल लंबाई 2,900 किमी (1,800 मील) है।[2] यह 2011 में विदेश नीति में लिखे गए लेख के आधार पर, दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक है।[3] भारत द्वारा लगभग 50 हजार खम्बों पर 150,000 तेज रोशनी वाले बल्ब स्थापित किये जाने के कारण रात में इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।[4][5][6]
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