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हे माटी के पुतले जरा सोच,
दुनिया में तेरा कोई है क्या
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मेरा मेरा करते करते तेरी ज़िंदगी जाये बीती
पलट के देख तेरा सहाई कोई है क्या
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तेरी ज़िंदगी की राहों में रंजो गम के मेले है
भीड है कयामत की जरा पलट के देख
तेरे साथ कोई है क्या,
🌹u
सतगुरु के बताये रास्ते पर चल,
तेरी औकात है क्या,
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दिन भर मेहनत करें,
रात को बिछाय खटीया सोये,
देख दुनिया में तेरा कोई है क्या,
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तेरा मेरा करते करते
उमरिया बिताई
सोच तुझे कुछ मिला है क्या,
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खट पट में तेरी उमरिया जाये बीती
जरा सोच तेरा अपना कोई है क्या,
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खाली हाथ आया था
खाली हाथ जायेगा
जरा सोच साथ ले जाने को
तेरे पास कुछ है क्या,
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बनके मुसाफिर घुमता जग में,
जाने का रास्ता मालुम है क्या,
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धर मानुष रुप, तेरे बास्ते सतगुरु आये जग में
तु सतगुरु की सरन में है क्या,
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सतगुरु तुझे प्यार से गोद में बिठावें
तुने सतगुरु का दामन पकडा है क्या,
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तेरी ज़िंदगी तीन घंटे का शो
पहला घंटा बचपन दुसरा जबानी तीसरा बुढापा
सुमिरन करले देख वहाँ है क्या,
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सतगुरु आन कही सुमिरन भजन करले
तेरी ज़िंदगी का ऐतबार क्या,
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जीते जी मरना सीख ले
देख त्रिकुटी, सुन्न महासुन्न, भवरगुफा, सतलोक, अगम लोक अलख लोक, राधास्वामी धाम के नजारे है क्या,
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राधास्वामी
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जी०एस०पाठक
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