🙏🍁RADHASOAMI
राधास्वामी 🍁🙏
हुए परसन गुरू दीनदयाल,
लिया मोहि अपनी गोद बिठाल,
भाग मेरा जागा आज अपार,
मिले राधास्वामी निज दिलदार
🙏🍁
RADHASOAMI
राधास्वामी 🍁🙏
🙏🍁RADHASOAMI 🍁🙏
समय फिर ऐसा नहिं पावो,
खोवो मत नहिं फिर पछतावो;
सरन से गुरू की काज बन आय,
मेहर कर राधास्वामी कहें समझाय
🙏RADHASOAMI 🍁
माटी चुन चुन महल बनाया,
लोग कहें घर मेरा, ना घर तेरा, ना
घर मेरा, चिड़िया रैन बसेरा!
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,
जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,
संग चले ना धेला!!
उड़ जाएगा हंस अकेला!!!
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