क्या पथ्य और क्या अपथ्य-?
प्रस्तुति - रेणु दत्ता / आशा सिन्हा
घी के साथ शहद अपथ्य है।
अर्थात शरीर में विष बनाता है और रोग पैदा करता है।
दूध के साथ दही अपथ्य है।
चाय के साथ दही अपथ्य है।
कोल्डड्रिंक और पेस्ट्री अपथ्य है और कैंसर बनाता है।
कोल्डड्रिंक और नमकीन एक साथ जहर बनाते हैं।
दही के साथ नमक खाना अपथ्य है।
वर्षा ऋतु में दूध और दही पित्त दोष को बढ़ाता है।
दिसम्बर से फरवरी दही के सेवन से बचें।
लाल मिर्च की अपेक्षा हरी मिर्च का प्रयोग करें--
बारीक पिसे मसाले अपथ्य हैं और
किडनी के लिए हानिकारक हैं--
मूंगफली का सेवन बेसन के साथ शरीर में पित्त बढ़ाता है--
रिफाइंड में तली वस्तुएं अपथ्य हैं।
अचार का सेवन अधिक मात्रा में करना अपथ्य है, अचार को चाय या काफी के साथ प्रयोग ना करें पित्त को तेजी से बढाएगा--
रात्रि को खीरा अपथ्य है-
रात्रि को दही- अचार अपथ्य है-
मिर्च का अचार तेजी से पित्त को बढ़ाता है।
सब्जियों को तेल में तलकर बनाना अपथ्य हैं।
चावल रात्रि को अपथ्य है, और वात रोग को बढ़ाता है।
फलों के जूस के साथ कोई भी नमकीन या फास्ट फूड अपथ्य है।
समुद्री नमक पित्त को बढ़ाने वाला है और अधिक मात्रा में सेवन वह अपथ्य है।
जुखाम में केला , चावल, दूध और मोटी दालें अपथ्य हैं।
मैदे का सेवन अपथ्य है।
चीनी पूरे दिन में डेढ चम्मच से अधिक अपथ्य है।
खड़े होकर भोजन करना अपथ्य है।
पनीर रात्रि के समय अपथ्य है।
लिसलिसा भोजन रात्रि के समय अपथ्य है।
नव प्रसूता गाय का दूध १२ दिनों तक अपथ्य है--
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पथ्य क्या है---
सभी मौसमी फल पथ्य हैं--
सभी मौसमी सब्जियां पथ्य हैं--
मोटी दालें १२ घंटे जल में भिगोकर पीसकर बनाएं तो पथ्य हैं , और यदि सीधे बिना भिगोए कुक्कर में बनाएं तो अपथ्य हैं।
ठंड के सीजन में कड़ी पथ्य है।
कड़ी का सेवन दिन में ही करें।
दूध का सेवन रात्रि में पथ्य है और भोजन के एक घंटे बाद ही पथ्य है।
भिंडी और बैंगन रात्रि में अपथ्य है,
सुबह-दिन के समय पथ्य है।
सभी प्रकार का साग पथ्य है, केवल
वर्षा ऋतु के समय छोड़कर।
मांड वाला चावल पथ्य है, जिन चावल में मांड नहीं वो अपथ्य हैं।
सावक चावल पथ्य है।
सभी अंकुरित दालें सुबह के समय और दिन के समय पथ्य हैं--
भोजन करनें से आधा से एक घंटे पहले फलों का सेवन पथ्य है।
सेंधा नमक -डले वाला नमक पथ्य है।
घी का सेवन पथ्य है।
कोदा- रागी- बाजरा- मक्का गेंहू के साथ पथ्य है, केवल गेंहू की रोटी अपथ्य है--
खांड- बिना मसाले का गुड़ भोजन के बाद पथ्य है।
भोजन से पहले सलाद पथ्य है।
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रोग शरीर में एक दिन में नहीं पनपता वह धीरे-धीरे पनपता है।
और जब वह पनप जाता है तब
भी आप उसपर यदि ध्यान नहीं देंगे
तो वह गंभीर बीमारी बन जाता है।
पथ्य और अपथ्य का ध्यान रखें तथा रोग को मत पनपने दें।
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