प्रस्तुति - रेणु दत्ता / आशा सिन्हा
‼चार कीमती रत्न‼
‼मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इससे जरूर धनवान होंगे ‼
1~पहला रत्न है:
‼"माफी"‼
तुम्हारे लिए कोई कुछ भी कहे, तुम उसकी बात को कभी अपने मन में न बिठाना, और ना ही उसके लिए कभी प्रतिकार की भावना मन में रखना, बल्कि उसे माफ़ कर देना।
2~दूसरा रत्न है:
‼"भूल जाना"‼
अपने द्वारा दूसरों के प्रति किये गए उपकार को भूल जाना, कभी भी उस किए गए उपकार का प्रतिलाभ मिलने की उम्मीद मन में न रखना।
3~तीसरा रत्न है:
‼"विश्वास"‼
हमेशा अपनी महेनत और👍🏼 उस परमपिता परमात्मा पर अटूट विश्वास रखना । यही सफलता का सूत्र है ।
4~चौथा रत्न है:
‼ "वैराग्य" ‼
हमेशा यह याद रखना कि जब हमारा जन्म हुआ है तो निशिचत हि हमें एक दिन मरना ही है। इसलिए बिना लिप्त हुवे जीवन का आनंद लेना । वर्तमान में जीना।
No comments:
Post a Comment