**राधास्वामी!! 01-07-2021- आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
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🌹🙏🙏 हार्दिक राधास्वामी 🙏🙏🌹
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गुरु प्यारे से प्रीत लगाना। मन सरधा लाय
।।टेक।।
जगत भोग सब जान असारा। इनसे हट सत्संग समाय। गुरु बचन कमाय।१।
भूल भरम और धरमा। इनसे नहिं कुछ काज सराय । सब दूर बहाय।२। उमँग सहित गुरु सेवा धारो। मन और स्रुत धुन संग लगाय। गुरु रूप धियाय।३।
मेहर से घट में मिले अनंदा। दिन दिन प्रीति प्रतीति बढ़ाय। नई उमँग जगाय।४।
दया करें गुरु सूरत चढावें। सहसकँवल लख त्रिकटी धाय। गुरु शब्द सुनाय।५।
सुन्न में जाय सुनी धुन सारँग। सूरज सेत भँवर दरसाय। सोहँग धुन गाय।६।
सतगुरु रूप लखे सतपुर में । आगे राधास्वामी धाम दिखाय। निज चरन समाय।७।
(प्रेमबानी- भाग 3- शब्द-17 पृ.सं. 84 ,85 )
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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