Monday, June 28, 2021

---जिंदगी क्या हैं ?---*/ प्रस्तुति - बीणा शर्मा

   *एक बार समुद्र के किनारे एक लहर आई और एक बच्चे की चप्पल को अपने साथ बहाकर ले गई बच्चे ने उंगली से रेत पर लिखा*

*समुंद्र चोर है।* 


*उसी समुंदर के दूसरे किनारे पर कुछ मछुआरों ने खूब सारी मछली पकड़ी और एक मछुआरे ने रेत पर लिखा*

*समुंद्र पालनहार हैं।*


*एक युवक समुंदर में डूबकर मर गया ,उसकी पत्नी ने रेत पर लिखा*

*समुंद्र हत्यारा हैं।*


*वही एक किनारे पर एक भिखारी रेत पर टहल रहा था उसे लहर के साथ तैर कर आया एक मोती मिला उसने रेत पर लिखा*

*समुंद्र दानी हैं।*


*अचानक एक बड़ी लहर आई और सारा लिखा मिटा कर चली गई लोग समुद्र के बारे में कुछ भी कहें,लेकिन*


*विशाल समुद्र अपनी लहरों में मस्त रहता हैं अपना क्रोध और अपनी शांति अपने हिसाब से तय करता हैं।*


*अगर विशाल समुद्र बनना है तो किसी के निर्णय पर ध्यान ना दें*,


*जो करना है अपने हिसाब से करें,जो गुजर गया उसकी चिंता ना करें हार -जीत, सुख-दुख, खोना और पाना इन सबके चलते मन विचलित ना करें।*


*अगर जिंदगी सुख और शांति से भरी होती तो इंसान जन्म लेते समय रोता नहीं,*

*जन्म लेते समय रोना और मर कर रुलाना इसी के बीच के समय को संघर्ष कहते हैं।*


*कुछ जरूरतें पूरी*

*कुछ ख्वाहिशें अधूरी*

*बस---*

*इसी का नाम जिंदगी है।*


*समझदारी से जिन्दगी जीएं।*



                   *****

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