🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*राधास्वामी*
🙏 *हे दाता दयाल !* *हे दाता दयाल !!* 🙏
*दाताजी सुनों ना !!!*
🙏🙏🙏
*तुम बिन पाऊं कैसे चैन...*
*तरसूं तुम्ही को दिन रैन..*
छोड़ के अपनी नगरीया
आ के बसो मोरे नैन
तुम बिन पाऊं कैसे चैन...
दाता....
तरसूं तुम्ही को दिन- रैन।
इक पल उजियारा आये,
इक पल अँधियारा छाये,
मन क्यूं ना घबराये,
कैसे ना घबराये..
कौन दिशा जाए
तूम बिन कौन समझाए।
तुम्हरी छवि है न्यारी,
मैं तो तन - मन हारी।
हे दाता दयाल ! हे दाता दयाल !!
दाताजी सुनों ना !!!
*तुम बिन पाऊं कैसे चैन...*
*तरसूं तुम्ही को दिन रैन..*
जीवन इक नदिया है
लहरो- लहरो बहती जाए
इसमें मन की नइया डूबे, कभी तर जाए
तुम ना खेवइया हो, तो कोई तट कैसे पाए,
मझदार बहलाये, तो तुम्हरी शरण आये,
हम तुम्हरी शरण आये।
मैं हूँ तुम्हारा,
है तुम्हारा ये - मेरा जीवन,
तुमको देखूं मैं, देखूं कोई दर्पण।
इन सपनो से,
जल - थल है - मेरा मन आँगन।
*तुम बिन पाऊं कैसे चैन...*
*तरसूं तुम्ही को दिन रैन..*
🙏 दाताजी सुनों ना ! सुनों ना दाताजी !! 🙏
🙏🙏 दाताजी सुनों ना !!! 🙏🙏
*हे ! राधास्वामी दयाल सुनो ना पुकार !!*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
No comments:
Post a Comment