राधास्वामी!! 29-06-2021-आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला पहला पाठ:-
दर्द दुखी मैं बिरहिन भारी। दर्शन की मोहि प्यास करारी।।
दर्शन राधास्वामी छिन छिन चाहूँ। बार बार उन पर बलि जाऊँ।।
वह तो ताड मार फटकारें। मैं चरनन पर सीस चढाऊँ।।
निरधन निरबल क्रोधिन मानी। मैं गुन अपने अब पहिचानी।।
स्वामी दीन दयाल हमारे। मो सी अधम को लीन्ह उबारे।।
मैं जिद्दन दम दम हट करती। मौज हुकम में चित नहिं धरती।।
दया करो राधास्वामी प्यारे। औगुन बख्शों लेवो उबारे।।
(सारबचन-शब्द-2-पृ.सं.545,545)
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