पत्रकार खबर पर पैनी नजर रखें- श्री अचल
पत्रकार खबर पर पैनी नजर रखें- श्री अचल
सकारात्मक सोच के साथ पत्रकारिता करें - श्री शुक्ला
ग्वालियर 08 जनवरी 10। '' पत्रकार खबर पर पैनी नजर रखने के साथ ही सकारात्मक सोच के साथ पत्रकारिता करें'' यह विचार वरिष्ठ पत्रकार द्वय श्री राकेश अचल और दैनिक राज एक्सप्रेस के संपादक श्री विजय शुक्ला द्वारा जनसंपर्क विभाग के तत्वावधान में तहसील मुख्यालय भितरवार में डबरा और भितरवार के पत्रकारों के संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यक्त किये। जनपद पंचायत भवन के सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण में जनसंपर्क विभाग के संयुक्त संचालक श्री सुभाष चन्द्र अरोड़ा सहित अन्य अधिकारी तथा दोनों तहसीलों के इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार श्री राकेश अचल ने कहा कि बदलते परिदृश्य में पत्रकारिता की गति तीव्र हुई है। संप्रेषण और संचार क्रांति ने समाचार माध्यमों को अधिक प्रभावी बना दिया है। उन्होंने कहा कि बदलती परिस्थितियों और सुविधाओं के अनुसार पत्रकारों को भी तैयार होना चाहिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में खबरों का भण्डार है, लिखने के लिये विविध विषय है जरूरत उस दृष्टि की है जिससे खबर को पहचाना जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिये पत्रकार अपनी दृष्टि को व्यापक और पैनी रखें। उन्होंने कहा कि अपराध और राजनीति के अलावा भी अनेक जनहित से जुड़े विषय हैं, जिन पर लिखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचल में कार्य करने वाले पत्रकारों द्वारा अपने अंचल में शासन की योजनाओं की स्थिति, विकास गतिविधियों, सामाजिक रीति रिवाजों, संस्कृति व पर्यटन पर भी लिखा जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि समाचारों में स्थानीय भाषा, बोली, मुहावरों का उपयोग करके खबर को रोचक बनाया जा सकता है। उन्होंने पत्रकारों को समाचार की बारीकियों के विषय में बताया कि खबर छोटी लेकिन सुगठित होना चाहिये, खबर तथ्यों पर आधारित, धारदार होना चाहिये। खबर भय से दूर होना चाहिये तभी पत्रकार खबर के साथ न्याय कर सकता है। श्री अचल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भी पत्रकारों और पत्रकारिता की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं, जो कि प्रसंशनीय हैं।
श्री विजय शुक्ला ने कहा कि पत्रकारिता सकारात्मक सोच के साथ की जाना चाहिये। उन्होने कहा कि पत्रकार खबर में पार्टी न बनें । उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिये कि हम व्यवस्था पर चोट करें न कि व्यक्ति पर। श्री शुक्ला ने कहा कि खबर जनहित से जुड़ी होने के साथ ही संदेश परख भी होना चाहिये। श्री शुक्ला ने कहा कि खबरों में विविधता की आवश्यकता है, इसमें विषय लोक अभिरूचि के होना चाहिये। पत्रकार को अपनी सीमा और अधिकारों को समझना चाहिये। साथ ही अपने सम्मान और जमीर की रक्षा भी करना चाहिये। उन्होंने युवा पत्रकारों को सलाह दी कि कोई भी व्यक्ति जीवन में पूर्ण नहीं होता है हमेशा पढ़ने और सीखने की ललक बनाये रखें। हम जितना ज्यादा पढ़ते हैं, उतना ही सीखते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता व्यवसाय नहीं हैं एक मिशन है उसे पूर्ण करने में कोई भी बाधायें आयें उनका सामना करना चाहिये, अपने उद्देश्यों को प्राप्त करें। उन्होंने समाचारों की बारीकियों के संबंध में कहा कि समाचार की भाषा चुटीली, तीक्ष्ण होने के साथ साथ भ्रामक नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि पत्रकार भी ऑलराउण्डर बनकर कार्य करें, तभी सफल पत्रकार बन सकेंगे।
संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री सुभाष चन्द्र अरोड़ा ने कहा कि मीडिया खबरों के माध्यम के साथ सामाजिक अंकेक्षण का शसक्त माध्यम है। पत्रकार जब तथ्यों के आधार पर किसी भी घटना की व्याख्या करता है तब वह खबर का रूप ले लेती है। इसलिये पत्रकारों को अपने सामाजिक दायित्वों का बोध होना आवश्यक है। उन्होने कहा कि पत्रकार समय के गंभीर रूख अख्तियार करें तथा अपने पेशे के साथ न्याय करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा पत्रकार पैना बनकर कार्य करें। श्री अरोड़ा ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन का जनसंपर्क विभाग द्वारा ग्रामीण पत्रकारिता को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसीलिये विभाग द्वारा तहसील स्तरीय पत्रकारों को अधिमान्यता प्रदान करने तथा तहसील स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का प्रारंभ किया गया है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पत्रकारों की विभिन्न जिज्ञासाओं और व्यवहारिक कठिनाइयों के विषय में चर्चा भी की गई। कार्यक्रम में अतिथि वक्ताओं द्वारा महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन ए के. वशिष्ठ ने किया तथा आभार प्रदर्शन श्री दुर्गेश रायकवार ने किया।
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