प्रस्तुति - कृष्ण मेहता
🔮 *_06 अप्रैल 2021 वार मंगलवार को रात 12 बजकर 24 मिनट पर गुरु ग्रह कुंभ राशि में प्रवेश कर रहा है और 14 सितंबर की दोपहर 2 बजकर 20 मिनट तक यहीं पर रहेंगे उसके बाद वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश कर जायेंगे। इसके बाद 20 नवंबर की रात 11 बजकर 31 मिनट पर पुनः मार्गी गति से कुंभ राशि में गोचर करने लगेंगे। गुरु के कुंभ राशि में गोचर से विभिन्न राशि वालों पर क्या असर पड़ेगा। आपके जन्मपत्रिका के किस स्थान पर गुरु गोचर कर रहें है और गुरु के इस गोचर के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न राशि वालों को क्या उपाय करने चाहिये। जानिए राशिनुसार आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव।_*
🐑 *_मेष राशि गुरु आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से इस दौरान आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी। इस बीच आपकी सेहत ठीक रहेगी। आप अपनी बात के पक्के रहेंगे और अपनी योग्यता के बल पर दूसरों के बीच लोकप्रिय होंगे । गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन मंदिर में जाकर माथा टेकें।_*
🐂 *_वृष राशि गुरु आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको सभी सांसारिक सुख का लाभ मिलेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। आपके भाग्य में वृद्धि होगी। लिहाजा 14 सितम्बर तक गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए जरुरतमंदों को कुछ न कुछ दान करते रहें।_*
👨❤️👨 *_मिथुन राशि गुरु आपके नौवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आप धर्म के कार्यों में अपना पूरा सहयोग देंगे। इस दौरान आपकी यात्रा सुखद रहेगी। धन-संपत्ति के मामले में आप जितनी मेहनत करेंगे, आपको उतने ही फल मिलेंगे । जीवनसाथी का आपको पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। लिहाजा इस दौरान गुरु की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- इस दौरान किसी धर्म स्थल पर पीली चीज़ का दान करें।_*
🦀 *_कर्क राशि गुरु आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको भाग्य का पूरी तरह से साथ नहीं मिल पायेगा। इस बीच मित्रों के साथ आपकी अनबन हो सकती है। पिता और संतान से लाभ पाने के लिये आपको कोशिशें करनी पड़ सकती हैं। लिहाजा 14 सितंबर तक गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए और अशुभ प्रभावों से बचने के लिए छोटी कन्याओं को पीले रंग का कपडा भेंट करें और उनका आशीर्वाद लें।_*
🦁 *_सिंह राशि गुरु आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको गुरुजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। संतान का सुख-सहयोग पाने के लिए आपको खुद से कोशिशें करनी पड़ेगी । इसके अलावा 14 सितम्बर तक आपकी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव बना रहेगा । जीवनसाथी से आपके संबंध ठीक होंगे। इस दौरान गुरु के शुभ फलों की प्राप्ति के लिए श्री गणेश भगवान की उपासना करें और धार्मिक कामों के लिए अपना सहयोग देते रहें।_*
👰🏻 *_कन्या राशि गुरु आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलेगा। साथ ही आपको माता का पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त होगा। आपको इस बीच दूसरों की सहायता करने का मौका मिलेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। आपको जीवन में हर प्रकार का सुख मिलेगा। गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए अपने से बड़ों का आशीर्वाद लें और हो सके तो उन्हें कुछ गिफ्ट भी जरूर करें।_*
⚖️ *_तुला राशि गुरु आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन का लाभ होगा। इस बीच आपको दूसरों के सामने अपनी बात रखने में थोड़ी हिचकिचाहट भी महसूस हो सकती है। इस दौरान किसी और के मुंह से अपनी तारीफ सुनने की लालसा ना रखें। गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए माँ दुर्गा की पूजा करें । साथ ही छोटी कन्याओं का आशीर्वाद लें।_*
🦂 *_वृश्चिक राशि गुरु आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन का लाभ होगा। इस दौरान दान-धर्म आदि सेवा कार्यों में सहयोग देने से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को इस बीच अधिक लाभ मिलेगा। लिहाजा 14 सितम्बर तक गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए सवा किलो चने की दाल पीले कपड़े में बांधकर मंदिर में दान करें।_*
🏹 *_धनु राशि गुरु आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी। आपका गुड बिहेवियर आपको तरक्की की राह पर ले जायेगा। किसी मुकदमे या वाद-विवाद में अपने पिता या पिता समान किसी व्यक्ति की सलाह लेना बेहतर होगा। अगर आप उच्च शिक्षा के लिए प्रयासरत हैं तो 14 सितंबर तक आपके काम जरूर बनेंगे। गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं का सम्मान करें साथ ही जरूरतमंद की सहायता करें।_*
🐊 *_मकर राशि गुरु आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से 14 सितम्बर तक आपके पिता को किसी प्रकार की परेशानी महसूस हो सकती है। इस बीच आपकी आर्थिक स्थिति में भी उतार-चढ़ाव बना रहेगा। इस दौरान अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए । विद्या का लाभ भी आपको कम ही मिल पायेगा। गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ प्रभावों से बचने के लिए 14 सितम्बर तक अपने माथे पर केसर या हल्दी का तिलक लगाएं।_*
⚱️ *_कुंभ राशि गुरु आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आप धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे। आपके पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी । लिहाजा आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी| साथ ही इस दौरान आपको भाईयों का साथ मिलेगा। अतः गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए परिवार में जब भी किसी को आपकी जरूरत पड़े, तो उनकी मदद जरूर करें।_*
🐬 *_मीन राशि गुरु आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में सफलता मिलेगी और आपके पिता की भी उन्नति होगी। आपके घर-परिवार में हर तरह से वृद्धि होगी। सोने-चांदी या कपड़ा व्यापार से जुड़े लोगों को इस दौरान विशेष लाभ होगा। राजकीय कार्यों से भी आपको लाभ मिलेगा। अत: 14 सितम्बर तक लाभ की स्थिति को बनाये रखने के लिए अपना सिर ढक्कर रखें। अगर आप अपने सिर पर पगड़ी बांधते हैं, तो उस पर पीले केसर का तिलक भी लगाएं।_*
[4/6, 05:16] Morni कृष्ण मेहता: 🌞 🕉️~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🕉️🌞
⛅ *दिनांक - 06 अप्रैल 2021*
⛅ *दिन - मंगलवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत*
⛅ *मास - चैत्र*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - रात्रि 02:09 तक दशमी*
⛅ *नक्षत्र - रात्रि 02:35 तक श्रवण*
⛅ *योग - शाम 03:30 तक सिद्ध*
⛅ *राहुकाल - शाम 03:48 से 05:21*
⛅ *सूर्योदय - 06:28*
⛅ *सूर्यास्त - 18:53*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - ब्रह्मलीन भगवत्पाद साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज का प्राकट्य दिवस*
💥 *विशेष -*
🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
➡ *07 अप्रैल 2021 बुधवार को रात्रि 02:10 से 08 अप्रैल, गुरुवार को रात्रि 02:29 तक (यानी 07 अप्रैल, बुधवार को पूरा दिन) एकादशी है ।*
💥 *विशेष - 07 अप्रैल, बुधवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं, इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है, पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ, भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है, एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*
🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें, अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*
🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा*
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