**राधास्वामी!! 08-04-2021-आज सुबह सतसँग में पढे गये पाठ:-
(1) दर्द दुखी मैं बिरहिन भारी। दर्शन की मोहि प्यास करारी।।-(दया करो राधास्वामी प्यारे। औगुन बख्शो लेवो उबारे।।) (सारबचन-शब्द-दूसरा -पृ.सं.545-546)
(2) गुरु प्यारे की महिमा क्या कहूँ गाय।।टेक।। नित नई लीला बिमल बिलासा। देख देख मन अति हरखाय।।- (राधास्वामी चरन अधार जिऊँ मैं। राधास्वामी रुप रहूँ नित ध्याय।।) (प्रेमबानी-3-शब्द-19-पृ.सं.23,24)
सतसँग के बाद:-
(1) राधास्वामी मूल नाम।।
(2) अतोला तेरी कर न सके कोई तोल।।
(3) बढत सतसँग अब दिन दिन। अहा हा हा ओहो हो हो।।(प्रे.भा. मेलारामजी)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
No comments:
Post a Comment