*राधास्वामी!! -
27-12-2021-आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:-
(1) गुरु आरत बिधि दीन बताई।
मोह नींद से लिया जगाई।।
(सारबचन-शब्द-7-पृ.सं.186,187) (अधिकतम् उपस्थिति-करनाल ब्राँच हरियाणा-@-2:10-दर्ज-25)
(2) गुरु बचन सम्हारो,
क्यों मन सँग भरमइयाँ हो।।टेक।।
(प्रेमबानी-3-शब्द-3- पृ.सं.257)
(3) भाग जगे गुरु चरनन आई। राधास्वामी संगत सेवा पाई।।
(प्रेमबानी 2-शब्द-11- पृ.सं.14,15)
(विद्युतनगर मोहल्ला)
सतसंग के बाद:-
(1)-राधास्वामी मूल नाम।
(2)-मिश्रित शब्द पाठ एवं
मेरे तो राधास्वामी दयाल दूसरो न कोई।
सबके तो राधास्वामी दयाल।
मेरे तो तेरे तो सबके तो।
राधास्वामी दयाल दूसरो न कोई।
राधास्वामी सुमिरन ध्यान भजन से जनम सुफल कर ले।। 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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