Friday, December 31, 2021

रब की रहमत का साधन / सिन्हा आत्म स्वरूप

 जिस रूह को मुर्शिद एक बार अंदर अनहद-शब्द का दिव्य संगीत सुना देता है, उस रूह के अंदर सतलोक वापस जाने की विरह जाग्रत हो जाती है, परमात्मा खुद मुर्शिद या पूर्णगुरु के रूप में अगमलोक से अपने प्यारों की संभाल करने इस देश में आता है, वही रब की रहमत का साधन है

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