*कल शाम (२२-०७-२०२०) के सत्संग के बाद हुई अनाउंसमेंट*
आजकल वायरस से फैलने वाली कोविड १९ बीमारी बहुत तेज़ी पकड़े हुए हैं। *यह बीमारी छोटी छोटी ड्रोपलेट्स, बूंदे, जो हवा में तैरती हैं और मुंह से व नाक से निकलती हैं, उनके द्वारा ज्यादातर फैलती हैं। यह ड्रोप्लेट्स खांसने में, बातचीत करने में और छींकने में बहुत ज्यादा क्वांटिटी में व बहुत ज्यादा स्पीड के साथ बाहर निकलती हैं।* इनसे बचने के लिए इंतजाम सिम्पल हैं, *मास्क का प्रयोग।* मास्क कई प्रकार के होते हैं, लेकिन सबका प्रिंसिपल ये हैं कि *मुंह और नाक दोनों ढकने चाहिएं।*
जो मास्क हैं, ये कपड़े के सस्ते मिलते हैं, इनको २ - ३ अगर खरीद ले, तो उनको साबुन से रोज़ाना धो सकते हैं। अगर धूप निकली हो तो धूप में उनको डालकर सुखा सकते हैं, इससे वो स्टरिलाइज, सनिटाइज हो जाते हैं। और अगले दिन दूसरा मास्क पहना, इसी तरह वॉश - वियर, वॉश - वियर की साइकिल चल सकती हैं। *कुछ मास्क* होते हैं, *जिनमें वाल्व लगे रहते हैं, ताकि एयर एक डायरेक्शन में जाएगी दूसरी में नहीं। ये मास्क ठीक नहीं है।
गवर्नमेंट एक्सपर्ट्स ने भी और हम लोगो की तरफ से भी ये राय दी जाती है कि जो वाल्व वाले मास्क हैं उनका प्रयोग ना करें, तो ही अच्छा है। और दूसरा बहुत ज़रूरी तरीका यह हैं कि एक दूसरे से दूरी मेंटेन करें। सोशियल डिस्टैंसिंग और ये कर्यवाई घर में भी जारी रखनी चाहिए क्योंकि ६०% से ८०% जो मरीज़ होते हैं वो ए सिंप्टोमेटिक होते हैं (कोई उनमें तकलीफ नहीं होती), वो नॉर्मल इंसान की तरह रहते हैं और किसी को पता ही नहीं लगता की दे आर केरी ए वायरस और ड्रॉप्लेट्स में आ जायेगे वायरस। इसीलिए उनसे डिस्टैंस मेंटेन करना अति आवश्यक है और ये घर में भी करें और बाहर भी करें।* बाहर में एंवायरनमेंट पे तो हम लोगों का कंट्रोल नहीं है, लेकिन अपने ऊपर हम लोग कंट्रोल कर सकते हैं।
तो जितनी बातें आपको बताई गई है छोटी - छोटी वो सब करने से इस बीमारी से बचाव हो सकता है।
*राधास्वामी*
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