**राधास्वामी!!
19-07-2020
-आज सुबह के सतसंग में पढे गये पाठ-
(1) दया के सिंध सतगुरू। जीवन के हितकारी हो।।टेक।। (प्रेमबानी-3,शब्द-1,पृ.सं.261)
(2) गुरु धरा सीस पर हाथ। मन क्यों सोच करे।। (प्रेमबानी-3-शब्द-3,पृ.सं.272) सतसंग के बाद:-
(1) सावन मास सुहागिन आई। अपने पिया सँग झूलन आई।। (सारबचन-शब्द-2,पृ.सं.854)
(2) राधास्वामी गुरु दातार। प्रगटे संसारी।। (प्रेमबिलास-शब्द-25,पृ.सं.30)
(3) तमन्ना यही है कि जब तक जिऊँ। चलूँ या फिरूँ या कि मेहनत करूँ।। पढूँ या लिखूँ मुहँ से बोलू कलाम। न बन आये मुझसे कोई ऐसा काम।। जो मर्जी तेरी के मुवाफिक न हो रजा के तरह री कुछ मुखालिफ जो हो।।।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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