🙏🙏🙏 *||!! सच्चा सुख !!||
*हम होते ही कौन हैं, मालिक के काम में दखलअंदाज़ी करने वाले ....*
*जो कुछ हो रहा है, उस मालिक की मर्ज़ी से ही तो हो रहा है...*
*इसलिये कभी जीवन में दुःख भी आ जायें तो चिन्ता नहीं करनी चाहिये ..*
*क्योंकि उसकी ☝🏻गत वो ही जाने,*
*न जाने कौन से कर्म कटवाने होंगे, कौनसा लेनदेन चुकता करना होगा, हमें क्या खबर ?*
*इसलिये मालिक की रज़ा में राज़ी रहने में ही समझदारी है...*
*मालिक के भाणे में रहना सीखें हम लोग...*
*और बाकी सब कुछ उस परम पिता पर छोड़ दें, विश्वास रखें बस... अपने विश्वास को डगमगाने बिल्कुल ना दें...*
*फिर देखें कि कैसे हमें मालिक इन दुःखों को सहन करने की शक्ति हमें बख्शते हैं...*
*सहनशक्ति तो क्या, मालिक इन दुःखों को कैसे पहाड़ से राई में तब्दील कर देते हैं, हमें पता तक नहीं चलता...*
*बस जरूरत है अटूट विश्वास और सच्ची सेवा की, जिसकी ओर तो हम लोगों का बहुत कम ध्यान जाता है....*
*इसलिये हम लोग ये प्रण करें कि उठते-बैठते, सोते-जागते,चलते-फिरते, खाते-पीते, काम-काज करते, कभी-भी, कहीं-भी अपनी 'असली कमाई' यानी "सुमिरन, ध्यान - भजन और सेवा" की ओर ध्यान दें....*
*ना कि बाकी की फालतू और बेमतलब की चीज़ों की ओर .....*
👉 *फिर देखें कि सच्चा सुख क्या होता है....*
सभी सतसंगी भाई बहनों और दोस्तों को
🙏🙏🙏 हाथ जोड़ कर 🙏🙏🙏
🙏🙏 *प्यार भरी राधास्वामी* 🙏🙏
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