प्रस्तुति - अनिल / पुतुल
: 🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🌹
*भाषाओं का अनुवाद हो सकता है .......,भावनाओं का अनुवाद नहीं हो सकता है उन्हें तो बस समझना पड़ता है ।*
🙏🙏🙏 *जय जिनेन्द्र*🙏🙏🙏
🌹🌹🌹 *सुप्रभात*🌹🌹🌹
🙏 *आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो ।*🙏
: 🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼
*_बोले गए "शब्द" ही_*
*_ऐसी "चीज" है_*
*_जिसकी "वजह" से इंसान_*
*_या तो "दिल" में उतरता है_*
*_या "दिल" से उतरता है_*
*_जुबान बेशक "सुई" की तरह हो_*
*_पर उसमें "धागा"_*
*_लगा "होना" चाहिए_*
*_ताकि वो सिर्फ "छेदने" के नहीं_*
*_"जोड़ने" के काम भी आ सके*_
*🌼🌼🙏🙏🌼🌼*
[26/02, 05:50] +91 83686 26218: *जिसमें सब्र है, वही तो शबरी है.....*
*और*
*जो शबरी हो गया,
उसे ईश्वर तक नहीं जाना पड़ता,
अपितु*
*स्वयं ईश्वर को
उसके द्वार पर आना पड़ता हैं.....!!*
Good Morning
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