**राधास्वामी!!
26-04-2020-
आज सुबह के सतसंग में पढे गये पाठ-
(1) भाग जगे गुरु चरनन आई। राधास्वामी। संगत सेवा पाई। ।। (प्रेमबानी-2-शब्द-11,पृ.सं.14)
(2) उठी अभिलाषा इक मन मोर। करूँ अब आरत गुरु की जोर।।
(सारबचन-,शब्द-19,पृ.सं.591)
विद्यार्थियों द्वारा पढे गये। (सतसंग के बाद:- (1) राधास्वामी रक्षक जीव के जीव न जाने भेद।।
(2) बढत सतसंग अब दिन दिन। अहा हा ओहो हो ।।
(3) तमन्ना यही है कि जब तक जीऊँ।चलू या फि
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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