*_⚜!!श्री् हरि् !!_*⚜
*_𖡼•┄•𖣥𖣔𖣥•┄
•प्रस्तुति•┄•𖣥𖣔𖣥•┄•𖡼_*
🙏🏻 *पं0 कृषण मेहता * 🙏🏻
*_ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि आपके एवं आपके पूरे परिवार के लिए हर दिन शुभ एवं मंगलमय हों।_*
👉🏼 *_15 जूलाई 2020 श्रावण कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और बुधवार का दिन, शूल योग और भरणी नक्षत्र है। दशमी तिथि आज रात 10 बजकर 20 मिनट तक रहेगी और रात 12 बजकर 9 मिनट तक शूल योग रहेगा। भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्राचार्य हैं। लिहाजा भरणी नक्षत्र के दौरान शुक्र की उपासना करना भी फलदायी रहेगा। इसके साथ ही सुबह 9 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर रात 10 बजकर 20 मिनट तक स्वर्ग लोक की निष्प्रभावी भद्रा रहेगी। जानिए से कैसा रहेगा आपका दिन।_*
🐑 *_मेष राशि समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। ऑफिस में कुछ दोस्तों के सहयोग से आपका प्रोजेक्ट पूरा होगा। जो विद्यार्थी विदेश में शिक्षा ग्रहण करना चाहते थे, उनका इंतजार अब खत्म होने वाला है। पूरे दिन आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। घर पर ही परिवार वालों के साथ किसी धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करेंगे। जीवनसाथी के साथ रिश्ते बेहतर होंगे।_*
🐂 *_वृष राशि आपका दिन बढ़िया रहेगा। सभी कार्यों में आपको सफलता हासिल होगी। आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। जीवनसाथी आपकी ईमानदारी से प्रभावित होंगे। कुछ नए अनुभवों के लिए आपको तैयार रहना चाहिए। इस राशि के छात्रों के लिए दिन अन्य दिनों की अपेक्षा अच्छा रहेगा। साथ ही उनका ध्यान पढ़ाई-लिखाई पर केन्द्रित रहेगा। माता-पिता की सलाह आपके लिए लाभदायक होगी।_*
👨❤️👨 *_मिथुन राशि आपका दिन सामान्य रहेगा। सोचे हुए ज्यादातर काम धीरे-धीरे करके पूरे होंगे। आप दोस्तों के साथ किसी खास मामले पर चर्चा करेंगे। आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। किसी अजनबी व्यक्ति की वजह से आपका मूड थोड़ा खराब हो सकता है, लेकिन शाम तक मूड अपने आप ठीक हो जाएगा। जीवनसाथी के साथ रिश्तें और मजबूत होंगे। विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगेगा।_*
🦀 *_कर्क राशि शाम को परिवार वालों के साथ ही समय बितायेंगे। इससे आपके पारिवारिक रिश्ते और बेहतर होंगे। आपको किसी से अपनी बातों को शेयर करने से बचना चाहिए। ऑफिस में सहकर्मियों की मदद से आप अपना काम समय से पूरा कर लेंगे। लवमेटस को कोई सरप्राईज मिलेगा। करीबी लोगों को आपसे कुछ अपेक्षाएं होगी। जीवनसाथी की तरफ से खुशखबरी मिलेगी। जिससे परिवार में सबका मन प्रसन्न होगा।_*
🦁 *_सिंह राशि आपका दिन उत्तम रहेगा। ऑफिस में आपका कॉन्फीडेन्स देखकर बॉस आपसे खुश होंगे। अगर किसी नये काम की शरूआत करने की सोच रहे हैं, तो आगे चलकर आपको काफी फायदा होगा। आपको अचानक धन लाभ होने के योग बन रहे है। इस राशि वाले छात्रों को आज पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है। दाम्पत्य जीवन में खुशियां बनी रहेंगी।_*
👰🏻 *_कन्या राशि आपका दिन अच्छा रहने वाला है। किसी खास व्यक्ति से आपको कोई बड़ा फायदा होगा। ऑफिस में आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। आपको किसी नये प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी मिलेगी। करियर से संबंधित नए अवसर आपको प्राप्त होंगे ।आपको नये लोगों से जुड़ने का मौका मिलेगा। किसी पुराने दोस्त फोन आयेगा। परिवार में सौहार्द बना रहेगा।_*
⚖️ *_तुला राशि आप अपनी ऊर्जा अच्छे कार्यों में लगायेंगे। शैक्षणिक कार्यों में आपकी रूचि बढ़ेगी। कोई मांगलिक कार्य करने का प्लान बनायेंगे। ऑफिस में आप अपनी कार्यकुशलता के कारण सभी की वाहवाही का पात्र बनेंगे। सही योजना के तहत आप अपने करियर में बदलाव लायेंगे ।पोल्ट्री यानि मुर्गियों का काम कर रहे लोगों के लिए दिन फायदेमंद रहेगा।_*
🦂 *_वृश्चिक राशि मिलाजुला रहने वाला है। परिवार में सौहार्द बना रहेगा। किसी सब्जेक्ट को समझने में आ रही परेशानी को अपने सहकर्मियों से डिस्कस करके हल कर लेंगे। किसी अनजान व्यक्ति पर जरुरत से ज्यादा भरोसा करने से बचें। लवमेट के लिए सामान्य बना रहेगा। आपको राजनैतिक अवसर मिलेगा। कार्यों में जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।_*
🏹 *_धनु राशि आपका दिन अच्छा रहेगा। शाम तक किसी दूर के रिश्तेदार से कोई शुभ समाचार मिलेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। लवमेट के लिए दिन मिठास भरा रहेगा। इस राशि के स्टूडेंट्स को करियर में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। दूसरे लोगों की मदद करने का आपको मौका मिलेगा। परिवार वालों के साथ घर पर ही डिनर करेंगे।_*
🐊 *_मकर राशि आपका दिन शानदार रहेगा। रूके हुए कामों में आपको किसी मित्र की मदद मिलेगी। साथ ही कोई खास खुशखबरी भी मिलेगी। आपके पास कुछ नयी जिम्मेदारियां आयेंगी, जिन्हें पूरा करने में आप सफल होंगे। आप अपने करियर में सफलता के बेहद करीब होंगे। कुछ नए विचार आपके दिमाग में आयेंगे। आप कोई नई योजना बनायेंगे। साथ ही आप इसमें सफल भी होंगे।_*
⚱️ *_कुंभ राशि आपका दिन मिला-जुला रहेगा। आपको किसी मामले में बड़ा निर्णय लेना पड़ेगा। साथ ही आप इसमें सफल भी होंगे। आपकी समझदारी आपको हर प्रकार की मुसीबत से दूर रखेगी। आपके रुके हुये पैसे वापस मिलेंगे। ऑफिस में कोई नयी जिम्मेदारी मिलेगी, जिसको निभाने में आप सफल होंगे। दाम्पत्य जीवन बेहतरीन रहेगा। लवमेटस एक दुसरे के भावनाओं की कद्र करेंगे, जिससे रिश्तों में और भी अधिक मजबूती आएगी।_*
🐬 *_मीन राशि आपका दिन फेवरेबल रहेगा। अपनी काबिलियत से सभी काम को आप सरलतापूर्वक पूरा कर लेंगे। दाम्पत्य जीवन में आपसी सामंजस्य बना रहेगा। आप में आत्मविश्वास की अधिकता रहेगी। उच्चाधिकारी वर्ग आपसे प्रसन्न रहेंगे। आपके विचारों को महत्व दिया जायेगा। अविवाहित लोगों को विवाह के प्रस्ताव आयेंगे। आपकी रूचि सामाजिक कार्यों की तरफ रहेगी। छात्र किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करेंगे।_*
卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐卐
अदान्तो ब्राह्मणोसाधुर्निस्तेजाःक्षत्रियो मृतः। * अदक्षो निन्द्दते वैश्यः शूद्रश्च प्रतिकूलवान्।।महाभारत. असंयमी ब्राह्मण असाधु है(किसी काम का नही)निस्तेज क्षत्रिय मृत है,अकुशल वैश्य तथा(स्वामी के)प्रतिकूल(जाने वाला)शूद्र निन्द्द है।
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ
पहली बार जब घड़ी का आविष्कार हुआ , तब समय कहाँ से मिलाया गया था?
,
कहते हैं की हाथ में पहनी हुई घड़ी न सिर्फ इन्सान को समय बताती है बल्कि इन्सान का समय भी बताती है। कंफ्यूज हो गये क्या? कभी आपने सोचा है कि घड़ी जो बिना रुके हर वक़्त चलती रहती है ; कहाँ बनी होगी?
सबसे पहले घड़ी में टाइम कैसे सेट किया गया होगा? कहीं वो टाइम गलत तो नहीं ; वरना आज तक हम सब गलत समय जीते आ रहे हैं। इन्ही सब सवालों के साथ आज कुछ घड़ी अपनी घड़ी की बात करते हैं।
कई सिद्धांतों पर बनती हैं घड़ियां
जैसा की हम सब जानते हैं की घड़ी एक सिम्पल मशीन है जो पूरी तरह स्वचालित है और किसी न किसी तरह से वो हमे दिन का प्रहर बताती है। ये घड़ियाँ अलग अलग सिद्धांतों पर बनती हैं जैसे धूप घड़ी; यांत्रिक घड़ी और इलेक्ट्रॉनिक घड़ी।
मोमबत्ती द्वारा समय का ज्ञान करने की विधि
जब हम बचपन में विज्ञान पढ़ा करते थे तो आपको याद होगा की इंग्लैंड के ऐल्फ्रेड महान ने मोमबत्ती द्वारा समय का ज्ञान करने की विधि आविष्कृत की। उसने एक मोमबत्ती पर, लंबाई की ओर समान दूरियों पर चिह्र अंकित कर दिए थे। प्रत्येक चिह्र तक मोमबत्ती के जलने पर निश्चित समय व्यतीत होने इनसे।
कैसे देखते थे समय बीते समय में
प्राचीन काल में धूप के कारण पड़नेवाली किसी वृक्ष अथवा अन्य स्थिर वस्तु की छाया के द्वारा समय के अनुमान किया जाता था। ऐसी धूपधड़ियों का प्रचलन अत्यंत प्राचीन काल से होता आ रहा है जिनमें आकाश में सूर्य के भ्रमण के करण किसी पत्थर या लोहे के स्थिर टुकड़े की परछाई की गति में होनेवाले परिवर्तन के द्वारा "घड़ी" या "प्रहर" का अनुमान किया जाता था।
मिस्रियों, यूनानियों एवं रोमनों
बदली के दिनों में, अथवा रात में, समय जानने के लिय जल घड़ी का आविष्कार चीन देशवासियों ने लगभग तीन हजार वर्ष पहले किया था। कालांतर में यह विधि मिस्रियों, यूनानियों एवं रोमनों को भी ज्ञात हुई। जलघड़ी में दो पात्रों का प्रयोग होता था। एक पात्र में पानी भर दिया जाता या और उसकी तली में छेद कर दिया जाता था।
पानी के स्थान पर बालू का प्रयोग
उसमें से थोड़ा थोड़ा जल नियंत्रित बूँदों के रूप में नीचे रखे हुए दूसरे पात्र में गिरता था। इस पात्र में एकत्र जल की मात्रा नाप कर समय अनुमान किया जाता था। बाद में पानी के स्थान पर बालू का प्रयोग होने लगा।
ऐसे बनी पहली घड़ी
पहली घड़ी सन् 996 में पोप सिलवेस्टर सेकंड ने बनाई थी। यूरोप में घड़ियों का प्रयोग 13वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में होने लगा था। इंग्लैंड के वेस्टमिंस्टर के घंटाघर में सन् 1288 में तथा सेंट अल्बांस में सन् 1326 में घड़ियाँ लगाई गई थीं। डोवर कैसिल में सन् 1348 में लगाई गई घड़ी जब सन् 1876 ई. विज्ञान प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई थी, तो उस समय भी काम कर रही थी।
घंटा निर्देशक सूईयुक्त पहली घड़ी
सन् 1300 में हेनरी डी विक ने पहिया (चक्र), अंकपृष्ठ (डायल) तथा घंटा निर्देशक सूईयुक्त पहली घड़ी बनाई थी, जिसमें सन् 1700 ई. तक मिनट और सेकंड की सूइयाँ तथा दोलक लगा दिए गए थे। आजकल की यांत्रिक घड़ियाँ इसी शृंखला की संशोधित, संवर्धित एवं विकसित कड़ियां हैं।
एटॉमिक घड़ी भी है
सन् 1948 में संयुक्त राज्य, अमरीका, के ब्यूरो ऑव स्टैंडर्ड्स की ओर से परमाण्वीय घड़ियों का प्रारूप निर्धारित करने की घोषण हुई। ये घड़ियाँ भी दाब-विद्युत्-मणिभयुक्त सामान्य विद्युत् घड़ियों की भाँति होती हैं। अंतर केवल इतना होता है कि इनकी नियंत्रक फ्रीक्वेंसी प्रत्यावर्ती विद्युतद्धारा के बदले उत्तेजित अणुओं या परमाणुओं के स्वाभाविक-रेजोनेंस फ्रीक्वेंसी(आवृत्ति) द्वारा प्रदान की जाती है।
1010 चक्र (cycles) प्रति सेकंड
ये आवृत्तियाँ प्राय: 1010 चक्र (cycles) प्रति सेकंड की कोटि की होती हैं। ऐसी परमाण्वीय घड़ियाँ अत्यंत सुग्राही एवं यथार्थ होती हैं और वर्ष में 0.01 सेकंड तक की भी गलती नही होती इनसे
लगभग सवा दो हज़ार साल पहले प्राचीन यूनान यानी ग्रीस में पानी से चलने वाली अलार्म घड़ियाँ हुआ करती थीं जिममें पानी के गिरते स्तर के साथ तय समय बाद घंटी बज जाती थी। लेकिन आधुनिक घड़ी के आविष्कार का मामला कुछ पेचीदा है।
घड़ी की मिनट वाली सुई का आविष्कार किया वर्ष 1577 में स्विट्ज़रलैंड के जॉस बर्गी ने अपने एक खगोलशास्त्री मित्र के लिए उनसे पहले जर्मनी के न्यूरमबर्ग शहर में पीटर हेनलेन ने ऐसी घड़ी बना ली थी जिसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया सके।
फ़्राँसीसी गणितज्ञ
जिस तरह हम आज हाथ में घड़ी पहनते हैं वैसी पहली घड़ी पहनने वाले आदमी थे जाने माने फ़्राँसीसी गणितज्ञ और दार्शनिक ब्लेज़ पास्कल। ये वही ब्लेज़ पास्कल हैं जिन्हें कैलकुलेटर का आविष्कारक भी माना जाता है।
लोग घड़ी जेब में रखकर घूमते थे
लगभग 1650 के आसपास लोग घड़ी जेब में रखकर घूमते थे, ब्लेज़ पास्कल ने एक रस्सी से इस घड़ी को हथेली में बाँध लिया ताकि वो काम करते समय घड़ी देख सकें, उनके कई साथियों ने उनका मज़ाक भी उड़ाया लेकिन आज हम सब हाथ में घड़ी पहनते हैं।
No comments:
Post a Comment