Announcement made on Saturday evening in Khet at DB is being forwarded herewith for the benefit of all:
*आज का मौसम बहुत अच्छा है, और आपको धूप सेकनी भी चाहिए, जिससे आपको विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई मिलता है, और आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है और तरह - तरह के रोगों से भी बचाव होता है। ये जो सनलाइट हैं, इम्यूनिटी बूस्ट करता है, इससे आपको फायदा होता है। दूर - दूर से आते हैं (बाहर से आते हैं) वेस्टर्न सिविलाइजेशन, उनके वहां पर इतनी धूप नहीं निकलती है, और ऐसा मौसम नहीं मिलता है। ये सब एडवांटेजस नहीं होते हैं। आपके लिए तो नेचर ने ये सब कुछ दे रखा है। ये मालिक की अपार दया हैं, की आपको ये सब फायदे मिल रहे हैं। जितना ज्यादा आप खेतों में आयेगे काम करेगे इस मौसम में उतना ही ज्यादा आपको फ़ायदा होगा। स्वास्थ और तन्दुरूस्ती के लिए लाभदायक है और विटामिन्स भी मिलते जायेगे और उतना ही पढ़ने में भी तेज़ होगे आप।*
*स्टूडेंट्स भी ध्यान दीजिए ,* जितनी मेहनत करेगे, पसीना बहाएगे उतना ही आपका पढ़ाई में भी ध्यान लगेगा। जो स्टूडेंट सतसंग सन्डे को होता है, उसमें आपकी अर्थमेटिक रेस होगी, आपको एक क्वेश्चन दिया जायेगा, जो आपको सॉल्व करना होगा। सॉल्व करके जो सबसे पहले पहुंचेगा, उसको फर्स्ट, फिर सैकंड और लोगों को कंसोलेशन प्राइज दिया जाएगा।
ट्रांसमिशन में जो लोग सतसंग अटैंड करते हैं, आप लोगों ने भी सुना होगा। धूप से, मेहनत करने से कितने फायदे होते हैं, तो आप लोग भी उसका लाभ उठाइए ज्यादा से ज्यादा। और जैसा आपको बताया है, दो से ढाई घण्टे, जब तक आप ट्रांसमिशन में अटैंड करते हैं, साथ - साथ कुछ सेवा का काम भी करते रहिए।
जो स्टेशन्स टोरंटो, कनाडा, नॉर्थ अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, एशिया पैसिफिक से कनेक्टेड हैं, वहां पर जब सनशाइन हो तो आप लोग आउटडोर एक्टिविटी करें, कैम्पस के अंदर ही। यदि एलेवेटर्स हैं, तो आप लोग उसका इस्तेमाल ना कर के रैंप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपकी फिजिकल एक्टिविटी होगी, और ये आपके लिए बेनेफिसियल होगा। जब भी सनशाइन हो, तो आप लोग कैम्पस के अंदर बाहर जाके वहां की सेवा, सफाई का, हाउस कीपिंग का काम करें। वहां पर जो स्टेयर केसेस हैं, स्टेप्स हैं, आप एलिवेटर की जगह उनको भी यूज कर सकते हैं, इससे आपकी फिजिकल एक्टिविटी होगी। यदि रैंप नहीं है तो आप लोग स्टेप्स पर संभाल कर चले, इससे फिजिकल एक्टिविटी होती रहेगी।
*राधास्वामी*
No comments:
Post a Comment