**राधास्वामी!! 16-02-2021-आज शाय को पढे गये पाठ:-
(1) आज घडी अति पावन भावन। राधास्वामी आये जक्त चितावन।।(सारबचन-शब्द-चौथा-पृ.सं.556)
(2) आज आई बहार बसंत। उमँग मन गुरु चरनन लिपटाय।।(राधास्वामी दीनदयाल कृपाला। सब को लिया निज चरन लगाय।।(प्रेमबानी-3-शब्द-1-पृ.सं.281,282)
(3) बचन:- प्रेमप्रचारक विशेषांक-पृ.6) सतसंग के बाद पवित्र परिवार द्वारा पढा गया पाठ:-
(1) करूँ आरती राधास्वामी, तन मन सुरत लगाय।
थाल बना सत शब्द का, अलख जोत फहराय।।
(सारबचन-शब्द-7-पृ. सं.125,126,127)
(2) आज आई बहार बसंत।
उमँग मन गुरु चरनन लिपटाय।।
(प्रेमबानी-3-शब्द-1-पृ.सं.281,282)
(3) आज देखो बहार बसंत (सखी)।।टेक।।
अबीर गुलाल की थाली कर ले, आये पुरुष अचिन्त।
दया मेहर से परचे देखर, कीन्हा सबको आज निचिन्त।।
(प्रेमबिलास-शब्द-13-पृ.16,17)
(4)
खेल रही मैं नित बसन्त।
सुरत निरत कर मिली हूँ कंत।।
(सारबचन-शब्द-तीसरा-पृ.सं.842,843,844)
(5)
मेरे हिरदे जगी है उमँग नई आज आई बहार बसंत।।टेक)-
(चरन सरन निज उनकी गह कर सुख भोगो होय अभय अनंत।।)
(प्रेमबिलास-बसंत-पृ.सं.200)
(6) मिसेज जोशी बहिन जी द्वारा नई कव्वाली-
तुझको सलाम है बसंत।।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻*
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