**राधास्वामी!! 16-02-2021/ (बसंत) आरती में पढा गया पाठ:- (आरती )-
(1) खेल रही मैं नित बसन्त। सुरत निरत कर मिली हूँ कँत।।-(राधास्वामी नाम गहा निज मन्त। कँवल कियारी शब्द खिलन्त।।) (सारबचन-शब्द-तीसरा-पृ.सं.842,843,844)
(2) बचन-प्रेमप्रचारक विशेंषाक।।
सतसंग के बाद स्पेशल पाठ:-
(1) मुबारक मुबारक बसन्त मुबारक।(रानी साहिबा एवं पार्टी।)
(2) देखन चली बसंत अगम घर। देख देख अब मगन भई।।(सारबचन-शब्द चौथा-पृ.सं.844)
(3) आज आया बसंत नवीन। सखी री खेलो गुरु सँग फाग रचाय।।(प्रेमबानी-3-शब्द-7-पृ.सं.287,288)
(4) आज आनंद रहा मौज से चहुँ दिस छाई। राधास्वामी की रहे सब मिल महिमा गाई।।(प्रेमबानी-4-गजल-5-पृ.सं.6,7)
(5) संत सू का कार्यक्रम(स्किट)
(6) साँचा साहब एक तू एक तू बंदा आशिक तेरा।।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏 बसंत मुबारक हो.🙏🙏
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