Tuesday, June 16, 2020

केवल महिलाओ के लिए है यह मन्नारशाला मंदिर





|| मन्नारशाला

 एक अनोखा मंदिर जहा 30000 से ज्यादा नाग और सर्प मुर्तिया मौजूद है और सबकी पूजा होती है वह भी सिर्फ महिलाओं द्वारा ||

|| मन्नारशाला - अलेप्पी - केरला ||

वैसे तो भारत अजूबो का देश है ही और जितना हम इनको जानने का प्रयास करते है यह उतना ही और और विशाल नज़र आता है | देश में वैसे तो बहुत सारे मंदिर नाग और सर्पो को समर्पित है पर वह पर उनकी सिर्फ एक प्रतिमा की पूजा होती है पर केरल के मन्नारशाला में में एक ऐसा मंदिर है जहा सर्र्पो की 30000 से ज्यादा प्रतिमाये है जिसमे प्रमुख पूजा नागराज और उनकी साथिन नागयक्षी की होती है और सबसे बड़े बात है की उनकी पूजा सिर्फ महिलाये ही करती है !!

इस मंदिर की गिनती भारत के सात आश्चर्यो में होती है और कहा जाता है की श्री भगवन परशुराम जी ने इस मंदिर की स्थापना करी थी | बताया जाता है महाभारत काल के दौरान यहाँ जंगल हुआ करता था जिसे जला दिया गया था और सिर्फ इस क्षेत्र में आग नहीं लगी थी तो नागराज और अन्य सर्पो ने यही पर शरण ली थी और तबसे यह जगह मन्नारशाला बनी |

इस क्षेत्र के पास में ही नम्बूदिरी का खानदानी घर है जहा की महिलाये शादी होने के बाद भी ब्रह्मचर्य का पालन मंदिर में पूजा करती है || पूजा करने वाली महिला को अम्मा के नाम सम्बोधित करते है |

क्यों होती है नागराज की पूजा ?

कहते है नम्बूदिरी खानदान की एक महिला को बच्चा नहीं हो रहा था और उसने यहाँ वासुकि नागराज से प्रार्थना करी थी और उनके दो का जन्म हुआ जिसमे एक लड़का था और एक पाँच सर लिए हुए नागराज थे, उन्हें इसी मंदिर में स्थापित किया गया और तबसे आज तक इनकी पूजा होती है | प्रबल मान्यता है की यहाँ प्रार्थना करने से महिलाओं की सूनी गोद भर जाती है | इस मंदिर में बने हुए तालाब में कपड़ो सहित जोड़े से स्नान करने के बाद गीले कपड़ो में ही प्रार्थना की होती है और वह ज़रूर पूरी होती है ||

#संतोंकीमहिमा के धार्मिक फेसबुक ग्रुप को जॉइन करने के लिए क्लिक👇 करें https://www.facebook.com/groups/sant.mahima

हर भारतीय जुड़ें/शेयर करें

No comments:

Post a Comment

बधाई है बधाई / स्वामी प्यारी कौड़ा

  बधाई है बधाई ,बधाई है बधाई।  परमपिता और रानी मां के   शुभ विवाह की है बधाई। सारी संगत नाच रही है,  सब मिलजुल कर दे रहे बधाई।  परम मंगलमय घ...