🌿🌱ये आठ चीजें बदलिये और स्वास्थ्य लाभ पाइये
क्या आप के परिवार में कोई B.P. की गोलियां खा रहा है ? 💊
कोई Diabetes से परेशान है ? कोई हार्ट की बीमारी तो कोई थायरॉइड या कैन्सर से या अन्य छोटी-मोटी बीमारियां होती रहती हैं ? 😩
क्यों आ गए ना कई नाम दिमाग में ? तो मेरे भाई थोडा रुको और सोचो क्या 20~30 साल पहले भी घर घर में बीमारियां थीं ?
नहीं ना ? तो अब ऐसा क्या हो गया ?
सब कहते हैं कि विज्ञान तो बहुत तरक्की कर रहा है, तो बिमारी घटने के बजाय बढ़ कैसे रही है ? हर घर में कोई ना कोई दवाई क्यों खा रहा है ?
नहीं पता ? मैं बताता हुं, हुआ ये है कि हमारे रसोई की मूलभूत चीजों में बहुत मिलावट, गिरावट, घटियापन आ गया है |
कौन कौन सी हैं वो चीजें ???
1. नमक
2. गुड़
3. तेल
4. घी
5. दूध
6. आटा
7. पानी
8. शक्कर
जी हाँ इन चीजों में सुधार कीजिये और 6 महीनो में फर्क देखिये |
1. सब से पहले समुंद्री नमक--आयोडीन नमक को बदल के सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट) कर दीजिये | वो भी बड़े टुकड़े लाके घर में ही कूट लें और हाँ नमक केवल रसोई बनाते वक्त ही डालें | टेबल पे रख के भोजन के समय डालने की आदत छोड़ें |
2. गुड़ हमेशा डार्क चॉकलेट कलर का ही लायें | सफ़ेद गुड़ में मिलावट होती है |
3. Refined oil के बदले घाणी का फिल्टर तेल ही खायें, वो भी मुंगफली, तिल या सरसों; अन्य नहीं |
4. घी असली वो ही है जो देसी गाय के दूध से दहीं, दहीं से मख्खन और मख्खन से बनता है | सीधे मलाई निकाल के या विदेशी गाय के दूध से जो बनता है, वो बटर आयल है, घी नहीं |
5. दूध पीओ तो केवल देसी गाय का, नहीं तो पिओगे ही नहीं तो कोई नुकसान नहीं है |
6. आटा हमेशा मोटा पिसवाओ और बिना चोकर निकले प्रयोग में लाओ | मैदा कभी ना खायें | मल्टी-ग्रेन आटा भूलकर भी नहीं खाएं क्युकी मल्टी-ग्रेन आटा खाने के कारण शरीर पर ज्यादा दबाव पड़ता है और शरीर की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है |
7. पानी हमेशा मटके का या गुनगुना ही पीओ | ठंडा फ्रिज का पानी कभी नहीं पीना | R.O. का पानी सीधे नहीं पीना है, एक घंटा मटके में डालकर रखने के बाद मटके से लेकर ही पीना हैं |
8. चीनी सफ़ेद जहर है | उसकी जगह गुड़ ही खायें या शक्कर जो थोड़ी पीली होती है | बड़े टुकडों में मिलती है, वो प्रयोग करें | डोरे वाली मिश्री का उपयोग भी कर सकते हैं |
अब आप कहेंगे इतना कुछ कौन करेगा ? टाइम नहीं है | टेंसन नहीं लेने का, मस्त जियो, कुछ नहीं होता है | तो मेरे भाई आस-पास जो गोलियां खा रहे हैं, वो भी ऐसा ही सोचते थे | अब वो हॉस्पिटल में डॉक्टर के चक्कर काटने में टाइम निकाल ही रहे हैं |
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