प्रस्तुति - कृष्ण मेहता:
*एक चुटकी हल्दी का पानी अमृत (एक गिलास )........*
*पानी में हल्दी मिलाकर पीने से होते है यह 7 फायदें.....*
1. *गुनगुना हल्दी वाला पानी पीने से दिमाग तेज होता है. सुबह के समय हल्दी का गुनगुना पानी पीने से दिमाग तेज और उर्जावान बनता है*.
2. *रोज यदि आप हल्दी का पानी पीते हैं तो इससे खून में होने वाली गंदगी साफ होती है और खून जमता भी नहीं है. यह खून साफ करता है और दिल को बीमारियों से भी बचाता है.*
3. *लीवर की समस्या से परेशान लोगों के लिए हल्दी का पानी किसी औषधि से कम नही है. हल्दी के पानी में टाॅक्सिस लीवर के सेल्स को फिर से ठीक करता है. हल्दी और पानी के मिले हुए गुण लीवर को संक्रमण से भी बचाते हैं.*
4. *हार्ट की समस्या से परेशान लोगों को हल्दी वाला पानी पीना चाहिए. हल्दी खून को गाढ़ा होने से बचाती है. जिससे हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है.*
5. *जब हल्दी के पानी में शहद और नींबू मिलाया जाता है तब यह शरीर के अंदर जमे हुए विषैले पदार्थों को निकाल देता है जिसे पीने से शरीर पर बढ़ती हुई उम्र का असर नहीं पड़ता है. हल्दी में फ्री रेडिकल्स होते हैं जो सेहत और सौंदर्य को बढ़ाते हैं.*
6. *शरीर में किसी भी तरह की सूजन हो और वह किसी दवाई से ना ठीक हो रही हो तो आप हल्दी वाला पानी का सेवन करें. हल्दी में करक्यूमिन तत्व होता है जो सूजन और जोड़ों में होने वाले असाहय दर्द को ठीक कर देता है. सूजन की अचूक दवा है हल्दी का पानी.*
7. *कैंसर खत्म करती है हल्दी. हल्दी कैंसर से लड़ती है और उसे बढ़ने से भी रोक देती है. हल्दी एंटीकैंसर युक्त होती है. यदि आप सप्ताह में तीन दिन हल्दी वाला पानी पीयेंगे तो आप भविष्य में कैंसर से बचे रह सकते है*
*तुलसी की माला पहनने से ये अद्भुत फायदे।*
तुलसी का अपना एक विशेष महत्व है. ज्यादातर घरों के आंगन में तुलसी का पौधा देखने को मिलता है. इस पौधे को चमत्कारी पौधा माना जाता है इसलिए भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए इसकी पूजा की जाती है. रोजाना सुबह नहा-धोकर तुलसी की पूजा की जाती हैं. यह भी कहा जाता है कि जिस घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है, वहां वास्तुदोष की सम्भावना कम होती है. इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है. इसके अलावा तुलसी का पौधा स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. तुलसी से घर का वातावरण शुद्ध बना रहता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी की माला पहनना भी बहुत अच्छा होता है.
मानसिक शांति मिलती है
कहते हैं कि तुलसी की माला को धारण करते हैं तो उन्हें काफी फायदा होता है. तुलसी की माला पहनने से मन शांत रहता है और आत्मा पवित्र होती है. तुलसी के बीजों की माला पहनना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है. तुलसी मुख्य रूप से श्यामा तुलसी और रामा तुलसी दो प्रकार की होती है. श्यामा तुलसी की माला को धारण करने से मानसिक शांति मिलती है और मन में पॉजिटिविटी आती है. आध्यात्मिक के साथ ही साथ पारिवारिक तथा भौतिक उन्नति भी होती है. ईश्वर के प्रति श्रद्धा और भक्ति भाव बढ़ता है. वहीं रामा तुलसी की माला को धारण करने से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है और सात्विक भावनाएं जागृत होती हैं. कर्तव्य पालन के प्रति मदद मिलती है.
विद्युत शक्ति भी होती है
हालांकि तुलसी की माला पहनने की धार्मिक मान्यता भी है लेकिन इसमें विद्युत शक्ति भी होती है. गले में तुलसी की माला पहनने से शरीर निर्मल होता है, जीवनशक्ति बढ़ती है और बहुत सी बीमारियां दूर होती हैं. तुलसी माला पहनने से व्यक्ति की डाइजेशन पावर, बुखार, जुकाम, सिरदर्द, स्किन इंफेक्शन, दिमाग की बीमारियों और गैस से संबंधित अनेक बीमारियों में फायदा मिल सकता है. साथ ही इन्फेक्शन से होने वाली बीमारी से भी बचा जा सकता है.
ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल
तुलसी एक अद्भुत औषधि है जिससे ब्लड प्रेशर व डाइजेशन बेहतर होता है. तुलसी को धारण करने से शरीर में विद्युतशक्ति का प्रवाह बढ़ता है. गले में तुलसी की माला पहनने से विद्युत तरंगे निकलती हैं जो ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट नहीं आने देती हैं. इसके अलावा मलेरिया तथा अन्य प्रकार के बुखारों में तुलसी बहुत फायदेमंद होती है.
मानसिक स्वास्थ्य होता है बेहतर
तुलसी की माला पहनने से मानसिक शांति मिलती है. इसे गले में पहनने से जरूरी एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स पर प्रेशर पड़ता है, जिससे मानसिक तनाव में फायदा होता है. संक्रामक रोगों से रक्षा होती है. तुलसी मेमोरी को बढ़ाने में मदद करती है. तुलसी का धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व भी है. यह एंटीबायोटिक, दर्द-निवारक और इम्यूनिटी क्षमता बढ़ाने में भी फायदेमंद होती है.
पीलिया में फायदेमंद
पीलिया में तुलसी की माला पहनना हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है. मान्यता है कि तुलसी की माला में इतनी शक्ति होती है कि वह शरीर से पीलिया के रोग को जल्दी खत्म कर सकती है. ऐसा कहा जाता है कि कॉटन के सफेद धागे में तुलसी की लकड़ी बांध कर पहना जाए तो पीलिया का रोग जल्दी से कम हो सकता है और व्यक्ति स्वस्थ होने लगता है.
मौन रहे
1 *मौन रहे*-- *जब तक आप के पास संपूर्ण तथा और प्रमाण न हो*
2 *मौन रहें*-- जब आप को लगता है कि *आप बिना चीखे कुछ बात नहीं बोल सकते*
3 *मौन रहें*-- अगर आप के *शब्दों से,वाणी से त्रुटि पूर्ण भावों का प्रचार प्रसार हो रहा हो*
4 *मौन रहें*-- अगर *आप आक्रोश के आवेग में आ रहे हो*
5 *मौन रहें*-- जब आप को लगता है कि *कोई महत्वपूर्ण दोस्ती आपके बोलने की वज़ह से टूट सकतीं हैं*
6 *मौन रहें*-- जब आप को लगता है कि *किसी व्यक्ति को आपके शब्द चुभेगे*
7 *मौन रहें-- अगर आप को लगे कि *मुझे ऐसा नहीं बोलना चाहिए था*
8 *मौन रहें*-- जब आप को *स्वयं के प्रति आत्म ग्लानि से भरे हुए हो।*
9 *मौन रहें*-- *जब श्रवण का समय हो*
10 *मौन रहें*-- तब जब आपको लगता है कि *निरर्थक शब्दों के उपयोग से😷रहना ही उचित है*
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