प्रस्तुति - पार्थिव कुमार
का पर करूं सिंगार पिया मोरे बौड़म भइलें
करो इनका कोई उपचार पिया मोरे बौड़म भइलें
मोरे पिया खन-खन ताली बजावें
ताली बजावें, थाली बजावें
हंसे हम पर सारा संसार पिया मोरे बौड़म भइलें
करो इनका कोई उपचार पिया मोरे बौड़म भइलें
मोरे पिया खन-खन बत्ती बुझावें
बत्ती बुझावें, ढिबरी जलावें
कैसे होगा अब बेड़ा पार पिया मोरे बौड़म भइलें
करो इनका कोई उपचार पिया मोरे बौड़म भइलें
मोरे पिया खन-खन झंडा हिलावें
झंडा हिलावें, डंडा हिलावें
बगुला भगत मिला भरतार पिया मोरे बौड़म भइलें
करो इनका कोई उपचार पिया मोरे बौड़म भइलें
बोले पिया सुन रे ओ सजनिया
हौदा-हौदी खेलें हम भांड़ में जाये दुनिया
समझे जोगी ये निकला सियार पिया मोरे बौड़म भइलें
करो इनका कोई उपचार पिया मोरे बौड़म भइलें
का पर करूं सिंगार पिया मोरे बौड़म भइलें
करो इनका कोई उपचार पिया मोरे बौड़म भइलें।।
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