प्रस्तुति - कृति शरण / सृष्टि शरण
दृष्टि शरण / अमी शरण / मेहर स्वरूप
🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*
*"अनुभव कहता है*
*खामोशियाँ ही बेहतर हैं,*
*शब्दों से लोग रूठते बहुत हैं..."*
*जिंदगी गुजर गयी....*
*सबको खुश करने में ..*
*जो खुश हुए वो अपने नहीं थे,*
*जो अपने थे वो कभी खुश नहीं हुए...*
*कितना भी समेट लो..*
*हाथों से फिसलता ज़रूर है..*
*ये वक्त है साहब..*
*बदलता ज़रूर है..*
*🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*
*🌺🌺आप का दिन मंगलमय हो🌺🌺*
*🌷🌷रामनवमी की आप सभी को बहुत बहुत बधाई🌷🌷*
*सलीक़े से हवाओं में,*
*यूं ख़ुशबू सी घोल देते हैं,*
*अभी भी कुछ लोग बाक़ी हैं जो;*
*मुश्किलों में भी मीठा बोल लेते हैं।*
*💐🙏 सुप्रभात 🙏💐*
: *🙏 🙏*
*दुनिया में कोई भी चीज़*
*कितनी भी कीमती क्यों न हो...*
*परन्तु..*
*नींद,शांति,और आनन्द से बढ़कर*
*कुछ भी नही....*
*सुप्रभात*
💐🌹💐🌹💐🌹💐
*परिस्थितियों के अनुसार*
*सब चीज सुंदर हैं*
*जो स्कूल की घंटी*
*सुबह के समय*
*बेकार लगती है*
*वही छुट्टी के समय*
*बहुत अच्छी लगती है* ।
*🌹🙏सुप्रभातम् 🙏🌹
*
*आप का दिन शुभ एवं मंगलमय हो...*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*🌷🙏तलाश जिंदगी की थी*
*दूर तक निकल पड़े,,,,*
*जिंदगी मिली नही*
*तज़ुर्बे बहुत मिले,;;*
*किसी ने मुझसे कहा कि...*
*तुम इतना ख़ुश कैसे रह लेते हो?*
*तो मैंने कहा कि...*.
*मैंने जिंदगी की गाड़ी से...*
*वो साइड ग्लास ही हटा दिये...*
*जिसमेँ पीछे छूटते रास्ते और..*
*बुराई करते लोग नजर आते थे..*
*""सदा मुस्कुराते रहिये""*
*🙏🏻
*🌷🙏तलाश जिंदगी की थी*
*दूर तक निकल पड़े,,,,*
*जिंदगी मिली नही*
*तज़ुर्बे बहुत मिले,;;*
*किसी ने मुझसे कहा कि...*
*तुम इतना ख़ुश कैसे रह लेते हो?*
*तो मैंने कहा कि...*.
*मैंने जिंदगी की गाड़ी से...*
*वो साइड ग्लास ही हटा दिये...*
*जिसमेँ पीछे छूटते रास्ते और..*
*बुराई करते लोग नजर आते थे..*
*""सदा मुस्कुराते रहिये""*
*🙏🏻
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
*"हे परमेश्वर तेरा जादू चल गया"I*
*इस जहान की सड़के खाली हो गई I*
*सारे आलम में शुद्ध हवा का झोंका चल रहा है I*
*सारे पेड़ पोधे हवा में झूम रहे है I*
*समुंदर में चलने वाली बड़ी बड़ी जहाज रुक गई I*
*समंदर को अब कोई गंदा नहीं कर रहा I*
*लोग मांस खाना छोड़ रहे है
*मछलियां,और चुजे मस्ती में डोल रहे है I*
*बूढ़े मां बाप के बेटा बहू उसके पास बैठ कर बाते कर रहे है I*
*बच्चे अपने माता पिता के साथ खेल रहे है
*पति पत्नि का ख़रीदारी के लिऐ झगड़ा बंद*
*दूसरो को समझा रहे है, लोग सिस्टम का पालन करते नजर आ रहे है I*
*हे भगवान यह कोरोना नही, तेरी करूणा का ही नतीजा है I
*पर हे मेरे प्रभु जरा आहिस्ता, तेरे हाथो की मिट्टी से बने तेरे यह खिलौने देखना कहीं टूट न जाए I*
*हम जानते है कि तू प्रकृति को सामान्य शुद्ध करने में लगा है, फिर भी थोड़ी मेहरबानी करना I*🙏🏻🙏🏻🙏🏻
*हे प्रभु!*
*हे दया के सागर!...*
*पूरी दुनियाँ में जितने भी लोग बीमार हैं, या परेशान हैं, उन पर अपनी कृपा बरसायें, और उन की सभी बीमारियों और परेशानियों को खत्म कर दें।*
*इस प्रार्थना को जो भी पढ़ रहा है और आगे भेज रहा है, उनको और उनके पूरे परिवार को, रिश्तेदारों को, मित्रों को, अडोसी पड़ोसियों को सेहतमंद रखना, और उनकी सारी परेशानियों को दूर कर देना।*
🙏🏼🙏🏼🌹
जिन्दगी की दौड़ में,
तजुर्बा कच्चा ही रह गया...।
हम सीख न पाये 'फरेब'
और दिल बच्चा ही रह गया...।
बचपन में जहां चाहा हँस लेते थे,
जहां चाहा रो लेते थे...।
पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए
और आंसुओ को तन्हाई..।
हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से...
देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में ..।
चलो मुस्कुराने की वजह ढुंढते हैं...
तुम हमें ढुंढो...हम तुम्हे ढुंढते हैं .....! !! शुभ रविवार !!
✍.
*शरीर से प्रेम है तो "आसन" करें*
*साँस से प्रेम है तो प्राणायाम करें*
*आत्मा से प्रेम है तो ध्यान करें*
और....
*परमात्मा
*✍Good Morning👏👏
*🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*
*जो दूसरों को इज़्ज़त देता है* *असल में वो खुद इज़्ज़तदार होता है*
*क्योकि*
*इंसान दूसरो को वही दे पाता है*
*जो उसके पास होता है।*....
*रिश्ते कम बनाइये लेकिन उन्हे*
*दिल से निभाइये अकसर लोग ,*
*बेहतर की तलाश मे बेहतरीन खो देते हैं*.....
*🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*
*🌺🌺आपका दिन मगलमय हो🌺🌺
*मत बन बड़ा आदमी*
*छोटेपन का मजा अनूठा होता है,*
*समंदर में मिलने से पहले तक ही,*
*हर नदी का पानी मीठा होता है।।*
*जय श्री कृष्ण*
*मुस्कुराते रहिये*
❤🙏🙏🙏🙏🙏❤
*कैदी है सब यहाँ...*
*कोई ख्वाबो का..*
*तो कोई ख्वाहिशो का..*
*तो कोई जिम्मेदारीयो का...*
*🌹सुप्रभात* 🌹
मशहूर शायर गुलज़ार की क़लम से 👇👍👌
*"बे वजह घर से निकलने की ज़रूरत क्या है"*
*"मौत से आँखे मिलाने की ज़रूरत क्या है"*
*"सब को मालूम है बाहर की हवा है क़ातिल"*
*"यूँही क़ातिल से उलझने की ज़रूरत क्या है"*
*"ज़िन्दगी एक नेमत है उसे सम्भाल के रखो"*
*"क़ब्रगाहों को सजाने की ज़रूरत क्या है"*
*"दिल बहलाने के लिये घर में वजह हैं काफ़ी"*
*"यूँही गलियों में भटकने की ज़रूरत क्या है"*
💝
🙏
[🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
*"हे परमेश्वर तेरा जादू चल गया"I*
*इस जहान की सड़के खाली हो गई I*
*सारे आलम में शुद्ध हवा का झोंका चल रहा है I*
*सारे पेड़ पोधे हवा में झूम रहे है I*
*समुंदर में चलने वाली बड़ी बड़ी जहाज रुक गई I*
*समंदर को अब कोई गंदा नहीं कर रहा I*
*लोग मांस खाना छोड़ रहे है
*मछलियां,और चुजे मस्ती में डोल रहे है I*
*बूढ़े मां बाप के बेटा बहू उसके पास बैठ कर बाते कर रहे है I*
*बच्चे अपने माता पिता के साथ खेल रहे है I*
*पति पत्नि का ख़रीदारी के लिऐ झगड़ा बंद*
*दूसरो को समझा रहे है, लोग सिस्टम का पालन करते नजर आ रहे है I*
*हे भगवान यह कोरोना नही, तेरी करूणा का ही नतीजा है I
*पर हे मेरे प्रभु जरा आहिस्ता, तेरे हाथो की मिट्टी से बने तेरे यह खिलौने देखना कहीं टूट न जाए I*
*हम जानते है कि तू प्रकृति को सामान्य शुद्ध करने में लगा है, फिर भी थोड़ी मेहरबानी करना I*🙏🏻🙏🏻🙏🏻
*हे प्रभु!*
*हे दया के सागर!...*
*पूरी दुनियाँ में जितने भी लोग बीमार हैं, या परेशान हैं, उन पर अपनी कृपा बरसायें, और उन की सभी बीमारियों और परेशानियों को खत्म कर दें।*
*इस प्रार्थना को जो भी पढ़ रहा है और आगे भेज रहा है, उनको और उनके पूरे परिवार को, रिश्तेदारों को, मित्रों को, अडोसी पड़ोसियों को सेहतमंद रखना, और उनकी सारी परेशानियों को दूर कर देना।*
नमो नारायणाय 🌹🙏🏼🙏🏼🌹
🌹
शिकायत छोड़िए शुक्रिया अदा कीजिए आपके पास जितना है न जाने कितनों के पास उतना भी नहीं...!!*
*🌹रात को फूल को भी नही मालूम की उसे सुबह मंदिर जाना है या शमशान। इसलिये जिंदगी जितनी भी जिओ बड़ी शिद्दत से जीओ...!!*
🙏🏻🌹 Good morning 🌹🙏🏻
जिस प्रकार रसायन हमारे शरीर के अँदर रच जाता है, और शरीर की सब बीमारियाँ दूर कर देता है..!!
इसी प्रकार हमेँ अपने अँदर 'नाम' को 'रचाना' है.!!!!
हमेँ 'नाम की कमाई' हमेशा "परमातमा से मिलने" के लिये करनी है, कोई दुनियावी यश या पद प्राप्त करने के लिये नहीँ करनी है...!!!!
[03/04, 23:51] anami sharan:
*जान है तो जहान है .....*
*घर में रहना ही समाधान है ..*
*सुप्रभात*
[03/04, 23:51] anami sharan: 🌷🌷🍇🍇🍇🍇🍇🌷🌷
✍🏻
*उनकी ‘परवाह’ मत करो,*
*जिनका ‘विश्वास’ “वक्त” के साथ बदल जाये।*
*परवाह’ सदा ‘उनकी’ करो;*
*जिनका ‘विश्वास’ आप पर “तब भी” रहे’*
*जब आप का “वक्त बदल” जाये*
✍🏻
*समस्त संसार के लिए हो सकता है कि आप केवल एक इंसान हों लेकिन संभव है कि किसी एक* *इंसान के लिए आप समस्त संसार हों।*
🌷🌷 *Good morning*🌷🌷
[04/04, 16:48] anami sharan: *ना ऊँच नीच में रहूँ, ना जात पात में रहूँ।*
*तू मेरे दिल में रहे सतगुरुजी ,*
*और मैं अपनी औकात में रहूँ ।*
*तेरी हर रज़ा दिल से कबूल हो मुझे,*
*शुक्राना करता रहूँ तेरा , जिस भी हाल में रहूँ ,*
*हमेशा शुकर करता रहूँ...*🙏🏻🙏🏻🙏🏻
[05/04, 00:13] anami sharan: सत्संग ठंडक है जो..
मेरे तपते मन को शांत करता है..
सत्संग मिठास है..
जो मेरे ज़हरीले कड़वे मुख को मीठा बनाता है..
सत्संग सबर सिदक है..
जो मेरे लालच को बढ़ने नहीं देता..
सत्संग सच है
लाख दु:खों की एक दवा वो है सत्संग..
शुकराना मेरे मालिक..
🙏🏻🙏🏻
जब चिंता कोई सताये :: सुमिरन करों..
जब व्याकुल मन घबराये :: सुमिरन करों..
कोई राह नज़र न आये :: सुमिरन करों..
अगर बात समझ में न आये :: सुमिरन करों..
सुमिरन करों..
🙏🏻🙏🏻
[05/04, 00:13] anami sharan: *ना ऊँच नीच में रहूँ, ना जात पात में रहूँ।*
*तू मेरे दिल में रहे सतगुरुजी ,*
*और मैं अपनी औकात में रहूँ ।*
*तेरी हर रज़ा दिल से कबूल हो मुझे,*
*शुक्राना करता रहूँ तेरा , जिस भी हाल में रहूँ ,*
*हमेशा शुकर करता रहूँ...*🙏🏻🙏🏻🙏🏻
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