**राधास्वामी!! भंडारा के अवसर पर पढे गये पाठ-
(1) परम गुरू परम पितु परम प्रिय नाथ मम। आदि पुरूष आदि है तु आन जग तारिये।।।
(2) दर्शन दीजे दीन दयाला दाता दासन के हितकारी।। नोट:-दोनो पाठ प्रेम समाचार एवमं रतनांजली पोथी से है🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
[15/04, 11:57] Contact +918377958104: राधास्वामी!! प्रीती भोज के बाद हे संतन सिरताज कृपाला पाठ गया। 🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
🌹🌹दर्शन दीजै दीनदयाला। दाता दासन के हितकारी।। टेक।।
जब ते चरन सरन तुम लीनी।
मन बुधि सुरत हुए लवलीनी। तुम्हरी किरपा घट में चीन्ही हो गई जीवनी सफल हमारी।।
मैं हूं बाल अनाड़ी प्यारे। तुम हो दाता अपर अपारे। राखो चरनन मोहि सदा रे। मेरी निसदिन यही पुकारी।।
यह जग विष की खान अपारा। बहती प्रबल अनल की धारा। तुम मोहि लीनी अधम उबारा। गाऊँ कैसे महिमा भारी।।
बिछडूँ नहीं चरण से कबही। जन्म जन्म मेरी बिनती येही। तन बिच दर्शन पाऊँ नित ही। सुन लो अर्ज गरीब भिखारी ।।
राधास्वामी प्रान पियारे । हम सब दासन के आधारे। सब जग (हमको) सहजहि लीनी तारे ।अचरज अचरज अचरज भारी।। (लीला अचरज अगम अपारी)
🙏🏻 राधास्वामी🙏🏻🌹🌹
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
राधास्वामी
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