राधास्वामी!!
06-06- 2020 -आज शाम के सत्संग में पढ़ा गया बचन- यथार्थ प्रकाश- भाग पहला
-{ राधास्वामी मत की शिक्षा}:- कल से आगे :-
(9) ऊपर बयान की हुई शर्तों के मंजूर करने पर उम्मेदवार को दो साधन से सिखलाये जाते हैं जिनकी सहायता से वह शारीरिक और मानसिक वासनाओं को काफी तौर काबू करके अपनी तवज्जुह को चैतन्य मंडल की ओर प्रवृत्त कर सकता है , और इस साधन का काफी अभ्यास हो जाने पर जब उसके अन्दर अन्तरी स्थानों की तरफ कदम बढ़ाने की काबिलियत आ जाती है तो उसे तीसरा साधन , जो अंतरी स्थानों की तरफ कदम बढ़ाने की युक्ति है और जिसे संतमत की परिभाषा में शब्द अभ्यास कहते हैं, सिखलाया जाता है । ये ही तीन साधन राधास्वामी मत का गूढ रहस्य है जिसके संबंध में मूर्ख लोग किस्म किस्म की उल्टी सीधी बातें फैलाते हैं ।। (10) जोकि राधास्वामी मत में इन साधनों की हद से ज्यादा महिमा है इसलिए मुनासिब मालूम होता है कि यहाँ इनका विस्तार से वर्णन किया जाय।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
यथार्थ प्रकाश -भाग 1
-परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज!
No comments:
Post a Comment