-*गुरु ही मीत है*
*गुरु ही प्रीतगुरु है मीत है है*
*गुरु ही जीवन है*
*गुरु ही प्रकाश है*
*गुरु ही सांस है*
*गुरु ही आस है*
*गुरु ही प्यास हैै*
*गुरु ही ज्ञान है*
*गुरु ही ससांर है*
*गुरु ही प्यार है*
*गुरु ही गीत है*
*गुरु ही संगीत है*
*गुरु ही लहर है*
*गुरु ही भीतर है*
*गुरु ही बाहर है*
*गुरु ही बहार है*
*गुरु ही प्राण है*
*गुरु ही जान है*
*गुरु ही संबल है*
*गुरु ही आलंबन है*
*गुरु ही दर्पण है*
*गुरु ही धर्म है*
*गुरु ही कर्म है*
*गुरु ही मर्म है*
*गुरु ही नर्म है*
*गुरु ही प्राण है*
*गुरु ही जहान है*
*गुरु ही समाधान है*
*गुरु ही आराधना है*
*गुरु ही उपासना है*
*गुरु ही सगुन है*
*गुरु ही निर्गुण है*
*गुरु ही आदि है*
*गुरु ही अन्त हैै*
*गुरु ही अनन्त है*
*गुरु ही विलय है*
*गुरु ही प्रलय है*
*गुरु ही आधि है*
*गुरु ही व्याधि है*
*गुरु ही समाधि है*
*गुरु ही जप है*
*गुरु ही तप है*
*गुरु ही ताप है*
*गुरु ही यज्ञः है*
*गुरु ही हवन है*
*गुरु ही समिध है*
*गुरु ही समिधा है*
*गुरु ही आरती है*
*गुरु ही भजन है*
*गुरु ही भोजन है*
*गुरु ही साज है*
*गुरु ही वाद्य है*
*गुरु ही वन्दना है*
*गुरु ही आलाप है*
*गुरु ही प्यारा है*
*गुरु ही न्यारा है*
*गुरु ही दुलारा हैै*
*गुरु ही मनन है*
*गुरु ही चिंतन है*
*गुरु ही वंदन है*
*गुरु ही चन्दन है*
*गुरु ही अभिनन्दन है*
*गुरु ही नंदन है*
*गुरु ही गरिमा है*
*गुरु ही महिमा है*
*गुरु ही चेतना है*
*गुरु ही भावना है*
*गुरु ही गहना है*
*गुरु ही पाहुना है*
*गुरु ही अमृत है*
*गुरु ही खुशबू है*
*गुरु ही मंजिल है*
*गुरु ही सकल जहाँ है*
*गुरु समष्टि है*
*गुरु ही व्यष्टि है*
*गुरु ही सृष्टी है*
*गुरु ही सपना है*
*गुरु ही अपना है*
"पानी" के बिना
"नदी" बेकार है,
"अतिथि" के बिना
"आँगन" बेकार है,
"प्रेम" ना हौ तो
"सगेसम्बन्धी"बेकार है,
*और*
जीवन में "गुरु" ना हौ तो
"जीवन" बेकार है।
♈
*इसलिये*
जीवन में "गुरु" ज़रूरी है
"गुरूर" नहीं।
🙏🏻🙏🏻राधा स्वामी 🙏🏻🙏🏻
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