सुरत-शब्द-योग के परिपेक्ष्य में मस्तिष्क के छिद्रों के स्नायु-विज्ञान चित्र Topological Graph Theory के Abstract Mathematical Foundation (अमूर्त गणितीय आधार शिला) पर आधारित हैं जिसमें इस दायरे में आने वाले सभी भागों की ज्यामिती पर विचार किया जाता है।
प्रत्येक रविवार की सुबह जैसा कि आज हुआ है, हम कला व विज्ञान के क्रमबद्ध विकास अर्थात् चैतन्यता के सम्पूर्ण spectrum की दिशा में दयालबाग़ के virtual-reality extension का अनुभव किया करेंगे। यद्यपि यह virtual-reality website की ओर संकेत करता है किन्तु यह वास्तविक सूक्ष्म जगत (real microcosmic universe) से पूर्णतः एकरूपता रखता है जिसका चैतन्यता के कला व विज्ञान की दिशा में सक्रिय दयालबाग़ virtual-reality website You Tube का प्रयोग करके प्रतिनिधित्व करता है जो अब MyTube बन गई है और इस प्रकार हम सभी जो विशेषकर इस समय रविवार की सुबह सतसंग में भाग ले रहे हैं, की 'Our Tube' है और इसके साथ virtual-reality mode में परम सत्ता की periodical phases में उपस्थिति से 'MyTube' और फिर 'My'-Individual स्तर और उसके बाद संयुक्त रूप में (collectively) OurTube हैं।
आप देखेंगे कि एक ओर सूक्ष्म जगत (microcosmic universe) 21 कोटि स्वतंत्रता या स्वच्छंदता से पूरी तरह सीमित (closed) है वहीं दूसरी ओर स्थूल जगत (macrocosmic universe) पूरी तरह खुला है जिसका सभी पद्धतियों से जुड़े वैज्ञानिक, कलाकार तथा समाजशास्त्री उल्लेख करते हैं, ये सभी सम्पूर्ण चैतन्यता का ही अंग हैं। तो यह क्रान्तिकारी अन्तर्दृष्टि हमें प्रतिवर्ष आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के Portal के प्रयोग से तथा हमारे रविवार सतसंग पर पड़े reflection से मिली है जिसे समस्त शैक्षिक कम्युनिटी व उनके एसोसिएट्स के लिए खोल दिया गया है। यह 'Glowing' YouTube (प्रकाशित YouTube) MyTube या OurTube स्थूल जगत जो असीमित विविधता रखता है। प्रत्येक व्यक्ति में निहित सूक्ष्म जगत् जो 21 कोटि स्वतंत्रता रखता है, के मध्य Glowing Tubular Interface प्रतीत होता है। वर्तमान में string theory - Membrane based string theory जिसकी Diamond Jubilee Memorial Lecture में चर्चा की गई थी, केवल 10 कोटि स्वतंत्रता की व्याख्या करती है जिसमें 7 कोटि स्वतंत्रता पदार्थ के वृहद् भाग (Grand Division of Matter) में तथा 3 कोटि अतिरिक्त स्वतंत्रता मन के वृहद् भाग (Grand Division of mind) की हैं। जैसा कि मैंने कुछ समय पहले बताया कि अन्य 4 कोटि स्वतंत्रता को वैज्ञानिक केवल पदार्थ व मन के वृहद् भाग के अध्ययन द्वारा उपलब्ध कर सकते हैं। किन्तु वैज्ञानिक अक्सर आध्यात्मिक Domain के संबंध में अध्ययन नहीं किया करते वे इसको 'thoughts' (विचार) या 'Pure thought' (शुद्ध विचार) का extension (विस्तार) बताते हुए ऐसा करने की सम्भावना की ओर इशारा करते हैं।
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