**परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज- रोजाना वाकिआत
- कल से आगे :-
इंपीरियल बैंक ने अपने भाव कम करते-करते साढे तीन प्रतिशत सालान कर दी है। यानी हर शख्स इम्पीरियल बैंक से गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की जमानत पर व भाव सूद 3.5 प्रतिशत सदी सालाना रुपया कर ले सकता है। स्पष्ट रूप से तह में यह गरज है कि आम लोग 4% सदी भाव वाले गवर्नमेंट कन्वर्शन लोन का फायदा उठावें। लेकिन बेचारे दूसरे बैंकों का क्या हाल होगा?
जो बैंक 5% सालाना पर फिक्स्ड डिपॉजिट लेते हैं और 7% से कम पर कोई रकम उधार नहीं दे सकते, वह कैसे इम्म्पीरियल बैंक का मुकाबला कर सकते है?
और इम्पीरियल बैंक को हक है कि जब चाहे अपने भाव सूद में बढोतरी कर दे और बढोत्तरी हो जाने पर उन लोगों को जो अब 3.5 प्रतिशत सालाना भाव सूद पर बैंक मजकूर से कर्जा लेंगे, नये भाव से सूद अदा करना होगा । इंपीरियल बैंक फिक्सड डिपॉजिट्स पर बहुत ही कम सूद देता है इसलिए वह सरलता पूर्वक 4% पर कर्जा दे सकता है और हस्बे मर्जी से भाव सूद बढ़ाकर अपना घाटा पूरा कर सकता है।
मुश्किल प्राइवेट बैंकों के लिए है। मजबूरन वह फिक्सड व सेविंग बैंक डिपॉजिटरों की आमदनी में कमी हो रही है।
यू०पी० की लेजिस्लेटिव काउंसिल ने एक रेजोल्यूशन पास किया है जिसकी रू से मंजूर हुआ है कि संयुक्त प्रांत में गवर्नमेंट की मदद से नई इंडस्ट्रीज जारी की जावे । यानी गवर्नमेंट इन शिल्प को अपना काम चलाने के लिए सालाना रुकम् बतौर आर्थिक सहायता के अदा करें।
अगर 5 साल भी इस प्रस्ताव पर कार्यवाही हो गया तो सूबाजात मुत्तहदा में कोई शख्स बेकार न रहेगा। मगर सवाल यह है आया गवर्नमेंट इस प्रसताव पर अमल कर सकेगी।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
No comments:
Post a Comment