प्रस्तुति -कृष्ण मेहता: *
💮आज का दिन
*दिनांक : 09 सितम्बर 2020*
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज दिन का आरंभ कुछ खास नही रहेगा लेकिन कार्यो के प्रति गंभीर अवश्य रहेंगे इसका परिणाम मध्यान बाद से देखने को मिलेगा। दिन के आरंभ में कार्य क्षेत्र पर अनुकूल वातावरण ना मिलने के बाद भी स्वयं के बल पर कार्य करेंगे पहले निराश होना पड़ेगा लेकिन धर्य रखने पर संध्या के आस पास धन लाभ के योग बनने लगेंगे। अधिकारी वर्ग से भी आर्थिक आयोजन पूर्ण करने में ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ेगी। घर का उदासीन वातावरण भी दोपहर बाद से बदलने लगेगा महिलाए बच्चे मन इच्छित कार्य होने से प्रसन्न रहेंगे। जोड़ो में दर्द अथवा नसों में खिंचाव जैसी समस्या हो सकती है।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा दिन को ज्यादा खुशनुमा बनाने में परिजनों के साथ ही मित्र रिश्तेदारो का भी सहयोग मिलेगा। दिन के आरंभ में थोड़ी सुस्ती अवश्य रहेगी लेकिन इसके बाद शारीरिक रूप से चुस्त नजर आएंगे। सिन का अधिकांश समय सैर सपाटे मनोरंजन में व्यतीत होगा। व्यवसायी वर्ग भी आज अधूरे कार्य को जल्दी निपटाने का प्रयास करेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से आज के दिन तालमेल बना रहेगा फिर भी अनुपयोगी खर्च चाह कर भी नही रोक सकेंगे। परिजनों को कामना पूर्ति होने से घर मे उत्साह का वातावरण बनेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन भी आपके लिए विपरीत फलदायक रहेगा। सेहत के विषय मे आज अधिक ध्यान रखना पड़ेगा लापरवाही करने पर आगे परिणाम गंभीर बन सकते है। शारीरिक अस्वस्थता के कारण किसी भी कार्य मे मन मुश्किल से ही लगा पाएंगे।
हाथ पैरों में शिथिलता रहेगी पेट संबंधित अथवा जुखाम बुखार आदि से कष्ट संभव है। आज किसी भी कार्य में जोर जबरदस्ती करने का प्रयास ना करें अन्यथा परिणाम निराशाजनक ही रहेंगे। यात्रा का विचार कर रहे है तो यथा संभव टाले आकस्मिक दुर्घटना चोटादि का भय रहेगा। परिजनों के साथ अधिक समय बिताने का प्रयास करें गलतफहमियां दूर होंगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन मानसिक उलझनों में खराब होगा दिन के पहले भाग में लाभ की संभावनाएं बनेंगी लेकिन आलस और निर्णय लेने में देरी के कारण धन लाभ होते होते हाथ से निकलने की संभावना है। मध्यान के बाद स्थिति में थोड़ा बदलाव आने लगेगा। पूर्वार्ध की तुलना में कार्य क्षेत्र पर लाभ के अधिक अवसर तो मिलेंगे लेकिन प्रतिस्पर्धा भी बढ़ने के कारण जोड़ तोड़ की नीति अपनानी पड़ेगी। धन लाभ होगा लेकिन आशा से कम ही। पारिवारिक वातावरण किसी बहुप्रतीक्षित कार्य का टालमटोल करने पर खराब हो सकता है। सुख सुविधा मिलेगी लेकिन व्यवहारिकता की कमी भी रहेगी। मस्तिष संबंधित विकार अथवा चोटादि का भय है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन अधिकांश कार्यो में सफलता दायक रहेगा जिनकार्यो में असफल रहेंगे उनकी वजह केवल आलस्य और असहयोग ही रहेगा। कार्य व्यवसाय आरम्भ में धीमा रहेगा लेकिन मध्यान से अकस्मात उछाल आएगा धन की आमद भी आशाजनक रहेगी। आज वैसे तो व्यवहारिक ही रहेंगे लेकिन स्वार्थ सिद्धि के लिये किसी अन्य का नुकसान करने से भी नही चूकेंगे। धर्म कर्म में केवल खाना पूर्ति करेंगे। अन्य लोगो से होड़ न करें वरना आगे आर्थिक समस्या खड़ी हो सकती है। परिजन खर्चो के खर्च परेशानी में डालेंगे। घर मे पुत्र अथवा पौत्र की सेहत खराब होगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए थोड़ा भाग दौड़ वाला रहेगा। फिर भी आज किसी मनोकामना पूर्ति ना होने से निराश हो सकते है। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा देवदर्शन के योग बनने से मानसिक शांति मिलेगी। आज आप अपने मन की बातों को खुल कर कह सकेंगे जिससे लोगो से आपसी संबंध ज्यादा प्रगाढ़ बनेंगे। घर के साथ ही बाहर वालो का भी आपके ऊपर विश्वाश बढ़ेगा। आज आपकी किसी नादानी का फल परिजनों को भी भुगतना पड़ सकता है मान सम्मान को ध्यान में रख कर ही कोई कदम उठाएं आर्थिक आयोजन सहज पूर्ण होंगे फिर भी धन की आमद आज मध्यम से कम ही रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज दिन के आरंभ से ही किसी अनिष्ट की आशंका भयभीत रखेगी महिलाए विशेष कर इससे प्रभावित रहेंगी। दिन का आरंभ सामान्य रहेगा लेकिन कुछ समय बाद ही किसी पुरानी बात को लेकर परिजन में झगड़ा होने की संभावना है। संबंधों के बीच आज गलतफहमियां ना पाले अन्यथा नोकझोंक लंबी खिंच सकती है। कार्य व्यवसाय पहले की तुलना में बेहतर रहेगा धन एवं सुविधा मिलने के बाद भी मन असंतोष की भावना से ग्रस्त रहेगा। नौकरी वाले लोग आज ज्यादा बोझ लेने के पक्ष में नही रहेगे। संध्या बाद पर्यटन मनोरंजन की योजना बनेगी मानसिक बोझ भी कम होगा। सरदर्द अथवा अन्य शारीरिक अंगों में खिंचाव दर्द की शिकायत होगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन सामान्य से उत्तम रहेगा। दिन के आरंभ से ही व्यस्तता रहेगी। कार्य क्षेत्र के साथ रिश्तेदारी में उपस्थित होने के लिये दिनचर्या में फेरबदल करेंगे। काम-धंधा बेहतर रूप से चलेगा पूर्व में जो भी कामना अधूरी रह गयी थी आज मध्यान तक उनके पूर्ण होने की भी सम्भवना है। लेकिन आज किसी से लेन देन को लेकर विवाद भी हो सकता है। क्रोध से बचे अन्यथा व्यापारिक संबंध खराब होने पर आगे के लिये दुखदायी रहेगा। धन लाभ मध्यान के आस पास अवश्य होगा इसके बाद का समय खर्चीला ही रहेगा। सरकारी कार्य आज ना करें समय और धन व्यर्थ होगा। पारिवारिक स्थिति संतोषजनक रहेगी लेकिन आपस मे जिद बहस भी होगी। सेहत को संभाले जोड़ो में दर्द की शिकायत रहेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपका स्वभाव कुछ रूखा रहेगा। घर हो या बाहर अपनी जिद के आगे किसी की नही चलने देंगे जिससे परिजनों के साथ अन्य लोगो को भी परेशानी में डालेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी जल्दबाजी अथवा मनमानी के कारण होने वाले लाभ में कमी आ सकती है। धन सम्बंधित कार्यो को आज ना करें तो ही बेहतर रहेगा अथवा किसी अनुभवी की सलाह के बाद ही करें। आज के दिन आप स्वयं को अन्य लोगो से श्रेष्ठ दिखाने के चक्कर मे अपमानित भी हो सकते है। घर मे सामान्यतः माहौल शांत ही रहेगा लेकिन किसी ना किसी सदस्य से मतभेद उभरने पर उग्र बहस होने की संभावना है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज दिन के आधे भाग में किसी से बेवजह उलझनेसे बचे मध्यान तक मानसिक रूप से असंतुष्ट रहेंगे अपनी नाकामी का क्रोध परिजन अथवा सहकर्मी के ऊपर उतारने से वातावरण अशान्त बनेगा लेकिन मध्यान बाद से बुद्धि विवेक जाग्रत होगा अपनी गलती का मन मे पश्चाताप भी करेंगे लेकिन स्वभाव में अकड़ रहने के कारण क्षमा नही मांगेंगे। कार्य व्यवसाय मध्यान के बाद एकदम से गति पकड़ेगा फिर भी पूर्व में बिगाड़े संबंधों का नुकसान आज किसी न किसी रूप में भरना ही पड़ेगा। धन लाभ काम चलाऊ होगा घर मे पहले की अपेक्षा शांति रहेगी फिर भी वाणी पर सनयं रखना आवश्यक है। सेहत ठीक रहेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप ना चाहते हुए भी कलह के प्रसंगों में पड़ सकते है अथवा आज किसी ना किसी के द्वारा आपकी आलोचना अवश्य की जाएगी। व्यवहार में नरमी रखना अति आवश्यक है अन्यथा लाभ के अवसरों से दूरी बनेगी। आर्थिक रूप से आज का दिन सामान्य रहेगा खर्चो पर नियंत्रण रखें तो धन संबधित परेशानी नही रहेगी अन्यथा बजट गड़बड़ायेगा। आज आप वैसे तो मितव्ययता से ही काम करेंगे फिर भी कुछ आवश्यक घरेलू खर्च करने ही पड़ेंगे। घर मे अथवा रिश्तेदारों से अशुभ समाचार मिलने की संभावना है। सेहत में धीरे धीरे सुधार आएगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए बेहद खर्चीला रहेगा लेकिन धन की आमद भी अकस्मात हो जाने से खर्च अखरेंगे नही। समाजिक कार्यो में रुचि लेने से पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सहकर्मियों से तालमेल की कमी के कारण व्यावसायिक गतिविधियां कुछ समय के लिए प्रभावित होंगी फिर भी संतुलन बनाने में सफल रहेंगे। आय आज कुछेक साधन से ही फिर भी उपयुक्त मात्रा में हो जाएगी। घरेलू सामानों की खरीददारी के साथ ही सुख सुविधा बढ़ाने पर खर्च होगा। घर मे रिश्तेदारों के आगमन से चहल पहल रहेगी। बुजुर्गो से आगे के लिए मार्गदर्शन मिलेगा।
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[9/9, 08:22] Morni कृष्ण मेहता: 🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 09 सितम्बर 2020*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - शरद*
⛅ *मास - अश्विन (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - भाद्रपद*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - सप्तमी 10 सितम्बर रात्रि 02:05 तक तत्पश्चात अष्टमी*
⛅ *नक्षत्र - कृत्तिका सुबह 11:16 तक तत्पश्चात रोहिणी*
⛅ *योग - हर्षण शाम 06:18 तक तत्पश्चात वज्र*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:24 से दोपहर 01:56 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:25*
⛅ *सूर्यास्त - 18:45*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - सप्तमी का श्राद्ध*
💥 *विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है था शरीर का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *श्राद्ध और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कर दर्शन* 🌷
🙏🏻 *शास्त्रों के अनुसार सुबह उठते ही करने चाहिए 'कर दर्शन', जानिए क्यों?*
🙏 *हमारी संस्कृति हमें धर्ममय जीवन जीना सिखाती है। हमारा जीवन सुखी, समृद्ध, आनंदमय बने इसके लिए संस्कार रचे गए और दिनचर्या तय की गई। दिनचर्या का आरंभ नींद खुलने के तत्काल बाद शुरू हो जाती है। दिन की शुरुआत का पहला कदम है- कर दर्शनम् अर्थात हथेलियों को देखना। सुबह उठते ही सबसे पहले हमें हथेलियों के ही दर्शन करना चाहिए। यहां जानिए क्या होता है सुबह-सुबह हथेलियों के दर्शन करने से...*
🌞 *सुबह सुहानी हो तो दिन अच्छा गुजरता है। दिन अच्छा हो इसके लिए हम सुबह अपने अंदर और बाहर अर्थात मन में और घर में शांति और प्रसन्नता चाहते हैं। हम आंख खुलते ही कोई ऐसी चीज देखना पसंद नहीं करते जिससे हमारा दिन खराब हो। हमारा दिन हमारे लिए शुभ हो इसके लिए ऋषियों ने कर दर्शनम् का संस्कार हमें दिया है।*
🙌 *कैसे करें कर दर्शनम्* 🙌
🙏 *सुबह जब नींद से जागें तो अपनी हथेलियों को आपस मे मिलाकर पुस्तक की तरह खोल लें और यह श्लोक पढ़ते हुए हथेलियों का दर्शन करें-*
🌷 *कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती।*
*कर मूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते कर दर्शनम्॥*
🙏 *अर्थात- (मेरे) हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी का, मध्य में सरस्वती का और मूल भाग में ब्रह्मा का निवास है।*
🙏 *हथेलियों के दर्शन करते समय एक और मंत्र भी बोला जाता है...*
🌷 *कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती।*
*करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥*
🙏 *अर्थात- (मेरे) हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी का, मध्य में सरस्वती का और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है।*
🙏 *हथेलियों के दर्शन का मूल भाव तो यही है कि हम अपने कर्म पर विश्वास करें। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि ऐसे कर्म करें जिससे जीवन में धन, सुख और ज्ञान प्राप्त करें। हमारे हाथों से ऐसा कर्म हों जिससे दूसरों का कल्याण हो। संसार में इन हाथों से कोई बुरा कार्य न करें।*
🙏 *हथेलियों के दर्शन के समय मन में संकल्प लें कि मैं परिश्रम कर दरिद्रता और अज्ञान को दूर करूंगा और अपना व जगत का कल्याण करूंगा।*
🙌 *हाथों का ही दर्शन क्यों* 🙌
🙏 *हमारी संस्कृति हमें सदैव कर्म का संदेश देती है। जीवन के चार आधार- धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को पुरुषार्थ कहा गया है। ईश्वर पुरुषार्थी मनुष्य की ही सहायता करते हैं। कर्म से हम अपने जीवन को स्वर्ग बना सकते हैं और नर्क में भी ढकेल सकते हैं। मनुष्य के हाथ शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं। हमारे दो हाथ पुरुषार्थ और सफलता के प्रतीक हैं।*
🙏 *इस परंपरा के संबंध में वेद कहते हैं-*
🌷 *कृतं मे दक्षिणेहस्ते जयो मे सष्य आहित:।*
📖 *- अथर्ववेद 7/50/8*
🙏 *अर्थात- मेरे दाहिने हाथ में पुरुषार्थ है और बाएं हाथ में सफलता। भावार्थ यही है कि हम यदि परिश्रम करते हैं तो सफलता अवश्य मिलती है। हमे अपने कर्म में पीछे नहीं हटना चाहिए, क्योंकि-*
🌷 *अयं मे हस्तो भगवानयं मे भगवत्तर:।*
📖 *- ऋग्वेद 10/60/12*
🙏 *अर्थात- परिश्रम से हमारे हाथों में श्री और सौभाग्य होते हैं। अर्थ यह है कि हम परिश्रम करेंगे तो ही हमें धन मिलेगा। धन से हम सुख-समृद्धि का सौभाग्य पाएंगे। वेद हमें यह भी सचेत करते हैं कि हमारे हाथ से कोई बुरा काम न हो।*
🌷 *हस्तच्युतं जनयत प्रशस्तम्।*
📖 *- सामवेद -72*
🙏 *अर्थात- हमारे हाथों से सदा श्रेष्ठ का निर्माण हो। हम सदा अच्छे काम करें। किसी का बुरा न करें। किसी को दु:ख न पहुंचाएं।*
📖 *शिक्षा-*
*प्रभाते कर दर्शनम् का यही संदेश है। हम सुबह उठते ही अपनी हथेलियों के दर्शन कर अच्छे कार्य करने का संकल्प लें, ताकि दिनभर हमारे मन में कोई बुरे विचार न आएं। अच्छे कार्यां से ही हमारी अलग पहचान बनती है।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🌷🌹🌺🌻💐🍀🌸🍁🙏
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