प्रस्तुति -कृष्ण मेहता:
🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 10 सितम्बर 2020*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - शरद*
⛅ *मास - अश्विन (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - भाद्रपद*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - अष्टमी 11 सितम्बर प्रातः 02:05 तक तत्पश्चात नवमी*
⛅ *नक्षत्र - रोहिणी शाम 03:34 तक तत्पश्चात मॄगशिरा*
⛅ *योग - वज्र शाम 06:37 तक तत्पश्चात सिद्धि*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 01:56 से शाम 03:28 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:25*
⛅ *सूर्यास्त - 18:45*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - महालक्ष्मी व्रत समाप्त, अष्टमी का श्राद्ध*
💥 *विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *गरुड़ पुराण* 🌷
❌ *नहीं करना चाहिए इन 10 लोगों के घर भोजन*
🙏 *गरुण पुराण, वेदव्यास जी द्वारा रचित 18 पुराणो में से एक है। गरुड़ पुराण में 279 अध्याय तथा 18000 श्र्लोक हैं। इस ग्रंथ में मृत्यु पश्चात की घटनाओं, प्रेत लोक, यम लोक, नरक तथा 84 लाख योनियों के नरक स्वरुपी जीवन आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके अलावा भी इस ग्रन्थ में कई मानव उपयोगी बातें लिखी है जिनमे से एक है कि किस तरह के लोगों के घर भोजन नहीं करना चाहिए।*
📖 *क्योंकि एक पुरानी कहावत है, जैसा खाएंगे अन्न, वैसा बनेगा मन। यानी हम जैसा भोजन करते हैं, ठीक वैसी ही सोच और विचार बनते हैं।*
🔷 *इसका सबसे सशक्त उदाहरण महाभारत में मिलता है जब तीरों की शैय्या पर पड़े भीष्म पितामह से द्रोपदी पूंछती है- "आखिर क्यों उन्होंने भरी सभा में मेरे चीरहरण का विरोध नहीं किया जबकी वो सबसे बड़े और सबसे सशक्त थे।" तब भीष्म पितामह कहते है की मनुष्य जैसा अन्न खता है वैसा ही उसका मन हो जाता है। उस वक़्त मैं कौरवों का अधर्मी अन्न खा रहा था इसलिए मेरा दिमाग भी वैसा ही हो गया और मुझे उस कृत्य में कुछ गलत नज़र नहीं आया।*
🔷 *हमारे समाज में एक परंपरा काफी पुराने समय से चली आ रही है कि लोग एक-दूसरे के घर पर भोजन करने जाते हैं। कई बार दूसरे लोग हमें खाने की चीजें देते हैं। वैसे तो यह एक सामान्य सी बात है, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि किन लोगों के यहां हमें भोजन नहीं करना चाहिए।*
📖 *गरुड़ पुराण के आचार कांड में बताया गया है कि हमें किन 10 लोगों के यहां भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। यदि हम इन लोगों के द्वारा दी गई खाने की चीज खाते हैं या इनके घर भोजन करते हैं तो इससे हमारे पापों में वृद्धि होती है। यहां जानिए ये 10 लोग कौन-कौन हैं और इनके घर पर भोजन क्यों नहीं करना चाहिए...*
🔷 *1. कोई चोर या अपराधी*
*कोई व्यक्ति चोर है, न्यायालय में उसका अपराध सिद्ध हो गया हो तो उसके घर का भोजन नहीं करना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार चोर के यहां का भोजन करने पर उसके पापों का असर हमारे जीवन पर भी हो सकता है।*
🔷 *2. चरित्रहीन स्त्री*
*इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चरित्रहीन स्त्री के हाथ से बना हुआ या उसके घर पर भोजन नहीं करना चाहिए। यहां चरित्रहीन स्त्री का अर्थ यह है की जो स्त्री स्वेच्छा से पूरी तरह अधार्मिक आचरण करती है। गरुड़ पुराण में लिखा है कि जो व्यक्ति ऐसी स्त्री के यहां भोजन करता है, वह भी उसके पापों का फल प्राप्त करता है।*
🔷 *3. सूदखोर*
*वैसे तो आज के समय में काफी लोग ब्याज पर दूसरों को पैसा देते हैं, लेकिन जो लोग दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए अनुचित रूप से अत्यधिक ब्याज प्राप्त करते हैं, गरुड़ पुराण के अनुसार उनके घर पर भी भोजन नहीं करना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में दूसरों की मजबूरी का अनुचित लाभ उठाना पाप माना गया है। गलत ढंग से कमाया गया धन, अशुभ फल ही देता है।*
🔷 *4. रोगी व्यक्ति*
*यदि कोई व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है, कोई व्यक्ति छूत के रोग का मरीज है तो उसके घर भी भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति के यहां भोजन करने पर हम भी उस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। लंबे समय से रोगी इंसान के घर के वातावरण में भी बीमारियों के कीटाणु हो सकते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।*
🔷 *5. अत्यधिक क्रोधी व्यक्ति*
*क्रोध इंसान का सबसे बड़ा शत्रु होता है। अक्सर क्रोध के आवेश में व्यक्ति अच्छे और बुरे का फर्क भूल जाता है। इसी कारण व्यक्ति को हानि भी उठानी पड़ती है। जो लोग हमेशा ही क्रोधित रहते हैं, उनके यहां भी भोजन नहीं करना चाहिए। यदि हम उनके यहां भोजन करेंगे तो उनके क्रोध के गुण हमारे अंदर भी प्रवेश कर सकते हैं।*
🔷 *6. नपुंसक या किन्नर*
*किन्नरों को दान देने का विशेष विधान बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इन्हें दान देने पर हमें अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि इन्हें दान देना चाहिए, लेकिन इनके यहां भोजन नहीं करना चाहिए। किन्नर कई प्रकार के लोगों से दान में धन प्राप्त करते हैं। इन्हें दान देने वालों में अच्छे-बुरे, दोनों प्रकार के लोग होते हैं।*
🔷 *7. निर्दयी व्यक्ति*
*यदि कोई व्यक्ति निर्दयी है, दूसरों के प्रति मानवीय भाव नहीं रखता है, सभी को कष्ट देते रहता है तो उसके घर का भी भोजन नहीं खाना चाहिए। ऐसे लोगों द्वारा अर्जित किए गए धन से बना खाना हमारा स्वभाव भी वैसा ही बना सकता है। हम भी निर्दयी बन सकते हैं। जैसा खाना हम खाते हैं, हमारी सोच और विचार भी वैसे ही बनते हैं।*
🔷 *8. निर्दयी राजा*
*यदि कोई राजा निर्दयी है और अपनी प्रजा का ध्यान न रखते हुए सभी को कष्ट देता है तो उसके यहां का भोजन नहीं करना चाहिए। राजा का कर्तव्य है कि प्रजा का ध्यान रखें और अपने अधीन रहने वाले लोगों की आवश्यकताओं को पूरी करें। जो राजा इस बात का ध्यान न रखते हुए सभी को सताता है, उसके यहां का भोजन नहीं खाना चाहिए।*
🔷 *9. चुगलखोर व्यक्ति*
*जिन लोगों की आदत दूसरों की चुगली करने की होती है, उनके यहां या उनके द्वारा दिए गए खाने को भी ग्रहण नहीं करना चाहिए। चुगली करना बुरी आदत है। चुगली करने वाले लोग दूसरों को परेशानियों में फसा देते हैं और स्वयं आनंद उठाते हैं। इस काम को भी पाप की श्रेणी में रखा गया है। अत: ऐसे लोगों के यहां भोजन करने से बचना चाहिए।*
🔷 *10. नशीली चीजें बेचने वाले*
*नशा करना भी पाप की श्रेणी में ही आता है और जो लोग नशीली चीजों का व्यापार करते हैं, गरुड़ पुराण में उनके यहां भोजन करना वर्जित माना गया है। नशे के कारण कई लोगों के घर बर्बाद हो जाते हैं। इसका दोष नशा बेचने वालों को भी लगता है। ऐसे लोगों के यहां भोजन करने पर उनके पाप का असर हमारे जीवन पर भी होता है।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
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आई मंहगाई 10 सितंबर से
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इस सितंबर के महीने में ग्रहों में अनेक तरह के बदलाव हो रहे हैं 10 सितंबर को मंगल वक्री हो रहा है साथ ही 23 सितंबर को राहु केतु अपनी राशि बदल रहे हैं राहु मिथुन राशि से बदलकर वृष राशि पर आ रहे हैं केतु धनु राशि से बदलकर वृश्चिक राशि पर आ रहे हैं बृहस्पति देव 13 तारीख को मार्गी हो रहे हैं और 29 तारीख को शनि देव मार्गी हो रहे हैं
लोगो में वैर भाव तेज होने के योग है
देश ओर राज्य की सरकारों में टकराव के योग है
जनता में सरकारों के प्रति असंतोष तेज होगा
आपसी टकराव कीघटनाएं बहुत सी जगह होने के योग है
अनेक स्थानों पर आग ओर बिजली से बड़ा कष्ट हो सकता है
पुलिस ओर कानून का राज बलवान होने के योग है
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इन सब ग्रहों की बदलाव का प्रभाव बाजार की वस्तुओं पर तेजी से बदलाव के रूप में दिखाई देगा
प्रभाव 💥💥💥💥💥💥
जिसमें लाल रंग की वस्तुएं ज्यादातर महंगाई की ओर रहेंगी जैसी टमाटर, प्याज ,लाल चंदन, सोना, तांबा, देसी घी ,खाद्य तेल, गेहूं, मसूर की दाल ,लाल मिर्च, इलायची ,सुपारी ,नारियल और हींग जैसी वस्तुएं का भाव तेज होने के योग बन सकते हैं
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