शाम 29-09-20 को होने वाले खेतों का कार्यक्रम:
जनरल पार्टी के भाईसाहबान, बहनें, सुपरमैन स्कीम के बच्चे मूंग की पकी फलियाॅ तोडने अपना थैला साथ लेकर नहर के दक्षिण में जाएँगे। कृपया ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग खेतों की सेवा के लिए पहुंचें ताकि फलियाॅ तोड़ने का काम समय से पूरा किया जा स के। जब
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पूज्य हुज़ूर द्वारा दिव्य रहस्योद्घाटन
(15 सितम्बर, 2020 को सुबह सतसंग के दौरान)
दि.15.09.2020 को प्रातः सतसंग में सारबचन (नज़्म) के शब्द (बचन 8,
शब्द 1, कड़ी 26-30) (पृष्ठ 171) की निम्नलिखित कड़ियाँ पढ़ी गईं-
गुरुमुख की गति सबसे भारी।
गुरुमुख कोटिन जीव उबारी।। 26।।
कहाँ लग महिमा गुरुमुख गाऊँ।
कोई न जाने किस समझाऊँ।। 27।।
जग में पड़ा काल का घेरा।
जीव करें चौरासी फेरा।। 28।।
जो चौरासी छूटन चावें।
तो गुरुमुख सेवा चित लावें।। 29।।
और काम सब देहिं बहाई।
शब्द गुरू की करें कमाई।। 30।।
सतसंग के उपरांत परम श्रद्धेय हुज़ूर ने फरमाया-
सारबचन (नज़्म) में प्रस्तुत गुरुमुख की महिमा का वर्णन वास्तव में परम पुरुष पूरन धनी हुज़ूर स्वामीजी महाराज एवं उनके पश्चात् हुए वक़्त संत सतगुरुओं की महिमा का वर्णन है।
हुज़ूर राधास्वामी दयाल तो सर्वव्यापी हैं। वक़्त संत सतगुरु उनकी एक किरण के समान हैं। वे ही हुज़ूर राधास्वामी दयाल के गुरुमुख हैं। उन्हीं की महिमा का वर्णन सारबचन (नज़्म) में किया गया है।
यहाँ पर गुरुमुख का अर्थ वक़्त संतसतगुरु के किसी चेले के रूप में लगाना पूर्णतः ग़लत होगा।
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