🤗💞🙏राधास्वामी 🙏💞🤗
राधास्वामी रक्षक जीव के जीव न जाने भेद ।
गुरू चरित्र जाने नहीं रहें कर्म के खेद।
खेद मिटे गुरू दरश से और न कोई उपाय ।
सो दर्शन जल्दी मिलें बहुत कहा मैं गाय ।
राधास्वामी से सतगुरु नहीं, राधास्वामी
सा निज नाम ।
सुरत शब्द सम योग नहिं, पाया भेद अनाम ।।
राधास्वामी गुरू समरत्थ, तुम बिन और न दूसरा ।
अब करो दया परतझ तुम दर एती बिलंब क्यों ।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏✌️✌️✌️✌️✌️✌️✌️
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राधास्वामी रक्षक जीव के जीव न जाने भेद ।
गुरू चरित्र जाने नहीं रहें कर्म के खेद।
खेद मिटे गुरू दरश से और न कोई उपाय ।
सो दर्शन जल्दी मिलें बहुत कहा मैं गाय ।
राधास्वामी से सतगुरु नहीं, राधास्वामी
सा निज नाम ।
सुरत शब्द सम योग नहिं, पाया भेद अनाम ।।
राधास्वामी गुरू समरत्थ, तुम बिन और न दूसरा ।
अब करो दया परतझ तुम दर एती बिलंब क्यों ।।
सभी प्रे मी भाई और बहनों को दिलि हार्दिक 🤗💞💚💜🙏राधास्वामी 🤗💞💚💜🙏
सभी प्रे मी भाई और बहनों को दिलि हार्दिक 🤗💞💚💜🙏राधास्वामी 🤗💞💚💜🙏
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