प्रस्तुति - स्वामी शरण /
आत्म स्वरूप /संत शरण
*तमन्नाएं भी उम्र भर कम नहीं होंगी,*
*समस्याएं भी कभी हल नहीं होंगी ।*
*फिर भी हम जी रहे हैं वर्षों से इस तमन्ना में,*
*कि मुश्किलें जो आज हैं, शायद कल नहीं होंगी ।*
🙏🏻 *शुभ प्रभात* 🙏🏻
*ऐ परमात्मा मेरे*
*हर पल का "शुकराना"*
*हर स्वांस का "शुकराना"*
*हाथ थामने का "शुकराना"*
*सिर पर हाथ रखने का*
*"शुकराना"*
*हर दुख से बचाने का*
*"शुकराना"*
*अंग संग रहने का* *"शुकराना"*
*अपना बनाने का* *"शुकराना"*
*"शुकराना" आपके हर रहमों कर्म का*
🙏 🌺 🌺 🙏
*रिश्ते निभाने के लिए बुद्धि नहीं,*
*दिल की शुद्धि होनी चाहिये..!!*
*सत्य कहो, स्पष्ट कहो, सम्मुख कहो,*
*जो अपना हुआ तो समझेगा,*
*जो पराया हुआ तो छुटेगा.!!*
: *उम्र थका नही सकती,*
*ठोकरे गिरा नही सकती.!*
*अगर जितने की जिद हो तो,*
*"परिस्थितियाँ" भी हरा नही सकती.!*
Good morng 🌹
*आप अकेले बोल तो सकते है;*
*परन्तु...*
*बातचीत नहीं कर सकते ।*
*आप अकेले आनन्दित हो सकते है*
*परन्तु...*
*उत्सव नहीं मना सकते।*
*आप अकेले मुस्करा तो सकते है*
*परन्तु...*
*हर्षोल्लास नहीं मना सकते.*
*हम सब एक दूसरे*
*के बिना कुछ नहीं हैं;*
*यही रिश्तों की खूबसूरती है...*
🌹 *सुप्रभात* 🌹
*🙏🏻🙏🏻सुबह का प्यारभरा वंदन🙏🏻🙏🏻*
*वो कागज की दौलत ही क्या*
*जो पानी से गल जाये और*
*आग से जल जाये*
*दौलत तो दुआओ की होती हैं*
*न पानी से गलती हैं*
*न आग से जलती हैं...*
*आनंद लूट ले बन्दे,*
*प्रभु की बन्दगी का।*
*ना जाने कब छूट जाये,*
*साथ जिन्दगी का।।*
*"ईश्वर से मेरी एक ही प्रार्थना है..*
*"महंगी घड़ी" सबको दे देना* !
*लेकिन.....*
*"मुश्किल घड़ी" किसी को न देना*
*🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*
*🌺🌺आपका दिन मंगलमय हो🌺🌺*
*जिंदगी का कैल्कुलेशन*
*बहुत बार किया।*
*लेकिन, "सुख-दुःख" का*
*ऐकांउट" कभी समझा ही नहीं!*
*जब टोटल किया तो समझ आया!*
*"कर्मो" के सिवा*
*कुछ भी बैलेंस रहता नहीं !*
*🙏🏻शुभ प्रभात🙏🏻*
*अगर "ऊपर वाले" के साथ*
*आपके सम्बन्ध मजबूत हैं..!!*
*तो "धरती वाले" आपका*
*कुछ नहीं बिगाड़ सकते है...!!*
*परमात्मा की तस्वीर लगाओ*
*मन के "कक्ष" में*
*फ़िर सारे फैसले होंगें*
*आपके "पक्ष" में*
*🙏 🌹शुभ प्रभात 🌹🙏*
*#मुफलिस की मुसीबत*
*बर्तन,राशन,और बिस्तर भी तो चाहिए*,
*घर में रहने के लिए घर भी तो चाहिए....*
*जानकारी*
*किसी भी "उम्र" में आ सकती है*
*मगर.....*
*अनुभव.....*
*आज भी "उम्र" का इंतज़ार करता है*
🙏🙏 *सुप्रभात*🙏🙏
[24/03, 11:00] anami sharan: *जीवन की हर समस्या ट्रैफिक की "लाल बत्ती" की तरह होती है,यदि हम "थोड़ी देर" प्रतीक्षा कर लें, तो वह हरी हो जाती है
धैर्य रखें, प्रयासः करें, समय बदलता ही है।
हँसते रहिये हंसाते रहिये सदा मुस्कुराते रहिये 🌹*
[25/03, 13:21] anami sharan: *छोटी छोटी खुशियां ही तो जीने का सहारा बनती है।*
*ख्वाहिशों का क्या, वो तो पल-पल बदलती है।।*
*🙏सुप्रभात🙏*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*कोरोना फंस गया*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*चीन का कोरोना बोला,*
*अपनी मम्मी से !*
*माँ भारत आ कर टकरा*
*गया शनि से*
*शनि को एलान हुआ,*
*मोदी जी का फरमान हुआ*
*रविवार से बख्तर बंद,*
*मुझे बड़ा नुकशान हुआ !!*
*पहले मै बॉम्बे में घुसा*
*लेकर अपना पलीता !*
*बॉम्बे वालो ने बाहरी कह के*
*डंडो से खूब पीटा*
*औंधे मुँह गिरते परते*
*जैसे पहुँचा यू,पी !*
*योगी जी लखनऊ से ही*
*कर दी मेरी छुट्टी !!*
*भूखा प्यासा, हो के*
*हतासा जैसे पहुँचा पटना !*
*एक बिहारी सौ पर भारी,*
*मुश्किल है यहाँ सटना !!*
*झारखण्ड आते आते*
*मेरा ढीला हो गया नाड़ा !*
*शिबू सोरेन और हेमंत ने*
*बजा दिया नगाड़ा !!*
*थोड़ा सा भी प्यार बचा है*
*माता तेरे दिल में !*
*कुछ उपाय कर मइया मेरी*
*फसा हू बडा मुश्किल में !!*
*बड़ा महंगा पड़ गया*
*माता यू ही भारत आना !*
*मर रहा हू भूखे प्यास से*
*मिला न अब तक खाना !!*
*माता बोली कहाँ फस गया*
*भारत में तू बेटा !*
*भारत के लोग बड़े भयानक*
*दाब देते है टेटा !!*
*भारत वालो के चंगुल में*
*फस गया तू सत्यानाशी !*
*दुष्कर्मी और कुकर्मी को*
*चढ़ा देते है फांसी !!*
*जहाँ एकता भारत बर्ष में*
*नस नस में घुली हो !*
*मार भगाया अंग्रेजो को तू*
*किस खेत की मूली हो !!*
*लोभ,लालच का करो किनरा,*
*माया मोह को तोड़ो !*
*जान बचाना है बेटा तो*
*जल्दी भारत छोड़ो,*
*जल्दी भारत छोड़ो !!*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*ऐ जिंदगी !*
*बहुत तेज है रफ़्तार तेरी,*
*थोडा आहिस्ता चल....*
*समझने तो दे ,*
*ये पड़ाव है,*
*या है मंजिल मेरी...!!*
*आपका दिन शुभ हो......*🌹
सुप्रभात,
*दो तथ्य हमारे व्यक्तित्व*
*को परिभाषित करते हैं,*
*एक, हमारा धीरज*
*जब हमारे पास कुछ न हो*
*दूसरा, हमारा व्यवहार*
*जब हमारे पास सब कुछ हो*
*सुभप्रभात*
*_सादगी सर्वोत्तम सुन्दरता है_*
*_क्षमा अतुलनीय बल है_*
*_नम्रता सर्वश्रेष्ठ गुण है_*
*_एवं मैत्री सर्वोत्कृष्ट संबंध है!!_*
*किसी को धोखा देकर ये मत सोचो की*
*वो कितना बेवकूफ है,*
*ये सोचो की उसे तुम पर कितना भरोसा था..*
*जरा सोचो, जिंदगी अनमोल है:*
अनमोल जिंदगी है यहीं पर बचाए राखो....
न नाही तुम कम करो,पर दूरी बनाये राखो
अनमोल जिंदगी है .....
मानो ये बात मेरा कहना ना जाओ तुम भीड़ में कहीं ना,
ना भीड़ घर बुलाओ सबको फोन से बताए राखो
तुम घर आओ तो बाहर से ही लौट जाओ🙏
अनमोल जिंदगी है .....
कहीं से लौट आओ डेटाॅल 🧼साबुन से हाथ धोओ,
ना हाथ 🤝तुम मिलाओ सबसे वही रिश्ता निभाओ,
अनमोल जिंदगी है .....
मन में करो सबूरी अब मास्क😷 लगाना है जरूरी,
खुद पर लगाओ कर्फ्यू ऐसा उपाय राखो,
अनमोल जिंदगी है .....
जो बढेगा ये कोरोना तो आएगा सबका रोना,
अज्ञानी कोना कोना मनका मनाए राखो
अनमोल जिंदगी है .....
न नाही तुम करो पर दूरी बनाये राखो
```आप भी सुरक्षित रहें और घर में रहकर दूसरो को भी सुरक्षित रखें```
✍️
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