प्रस्तुति - मेहर कृति सृष्टि दृष्टि अमी
*बड़ों का दिया हुआ आशीर्वाद*
*और*
*अपनों की दी हुई शुभकामनाओं*
*का कोई रंग नहीं होता....*
*लेकिन*
*जब ये रंग लाते है तो*
*जीवन में रंग भर जाते है...*
🙏🏻शुभ प्रभात🙏🏻
*सम्बन्धों की कुल पाँच सीढ़ियाँ हैं...*
*देखना..*
*अच्छा लगना..*
*चाहना..*
*पाना..*
*यह चार बहुत सरल सीढ़ियाँ हैं ...*
*सबसे कठिन पाँचवी सीढ़ी है...*
*""निभाना""*।।
*🙏🏻सुप्रभात*🙏🏻
*जिंदगी के रथ में लगाम बहुत है*
*अपनों के अपनों पर इलज़ाम बहुत है,*
*ये शिकायतों का दौर देखता हूँ तो थम सा जाता हूँ।*
*लगता है उम्र कम है और इम्तिहान बहुत है।।*
*🌹🙏🏻सुप्रभात🌹🙏🏻*
*कल रात सपने में आया कोरोना....*
उसे देख जो मैं डरा... 😢
तो मुस्कुरा 😊 के बोला :-- मुझसे डरो ना...।।
*कितनी अच्छी है तुम्हारी संस्कृति...*
*न चूमते, न गले लगाते...*
*दोनों हाथ जोड़ कर तुम स्वागत करते...।।*
*वही करो ना...*
*मुझसे डरो ना...।*
🌹🌹🌹🌹🌹
*कहाँ से सीखा तुमने ??*
*रूम स्प्रे, बॉडी स्प्रे...*
*पहले तो तुम धूप, दीप, कपूर, अगरबत्ती, लोभान जलाते...*
*वही करो ना...*
*मुझसे डरो ना...।।।*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹
शुरू से तुम्हें सिखाया गया...
*अच्छे से हाथ पैर धोकर घर में घुसो...*
*मत भूलो अपनी संस्कृति...*
*वही करो ना...*
*मुझसे डरो ना...।।*
🌹🌹🌹🌹🌹
*सादा भोजन उच्च विचार...*
*यही तो है तेरे संस्कार...*
*उन्हें छोड़ जंक फूड फ़ास्ट फूड के चक्कर में पड़ो ना...*
*मुझसे डरो ना...।।*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*शुरू से ही पशु पक्षियों को पाला पोसा प्यार दिया...*
*रक्षण की है तुम्हारी संस्कृति...,*
*उनका भक्षण करो ना...*
*मुझसे डरो ना... ।।*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
कल रात सपने में आया
*कोरोना...*
बोला...
*अपनी संस्कृति का ही पालन करो ना...*
*मुझसे डरो ना...* ।।।।।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏
*सलाह के सौ शब्दो से ज्यादा*
*अनुभव की एक ठोकर*
*इंसान को*
*बहुत मजबूत बनाती है*
*सुप्रभात*
आप अकेले बोल तो सकते है;*
*परन्तु...*
*बातचीत नहीं कर सकते ।*
*आप अकेले आनन्दित हो सकते है*
*परन्तु...*
*उत्सव नहीं मना सकते।*
*आप अकेले मुस्करा तो सकते है*
*परन्तु...*
*हर्षोल्लास नहीं मना सकते.*
*हम सब एक दूसरे*
*के बिना कुछ नहीं हैं;*
*यही रिश्तों की खूबसूरती है...
🌹 *सुप्रभात* 🌹
*सलाह के सौ शब्दो से ज्यादा*
*अनुभव की एक ठोकर*
इंसान को*
*बहुत मजबूत बनाती है*
*सुप्रभात*
[20/03, 08:48] anami sharan:
*🙏🏻सुप्रभात*🙏🏻
*कल रात सपने में आया कोरोना....*
उसे देख जो मैं डरा... 😢
तो मुस्कुरा 😊 के बोला :-- मुझसे डरो ना...।।
*कितनी अच्छी है तुम्हारी संस्कृति...*
*न चूमते, न गले लगाते...*
*दोनों हाथ जोड़ कर तुम स्वागत करते...।।*
*वही करो ना...*
*मुझसे डरो ना...।*
🌹🌹🌹🌹🌹
*कहाँ से सीखा तुमने ??*
*रूम स्प्रे, बॉडी स्प्रे...*
*पहले तो तुम धूप, दीप, कपूर, अगरबत्ती, लोभान जलाते...*
*वही करो ना...*
*मुझसे डरो ना...।।।*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹
शुरू से तुम्हें सिखाया गया...
*अच्छे से हाथ पैर धोकर घर में घुसो...*
*मत भूलो अपनी संस्कृति...*
*वही करो ना...*
*मुझसे डरो ना...।।*
🌹🌹🌹🌹🌹
*सादा भोजन उच्च विचार...*
*यही तो है तेरे संस्कार...*
*उन्हें छोड़ जंक फूड फ़ास्ट फूड के चक्कर में पड़ो ना...*
*मुझसे डरो ना...।।*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*शुरू से ही पशु पक्षियों को पाला पोसा प्यार दिया...*
*रक्षण की है तुम्हारी संस्कृति...,*
*उनका भक्षण करो ना...*
*मुझसे डरो ना... ।।*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
कल रात सपने में आया
*कोरोना...*
बोला...
*अपनी संस्कृति का ही पालन करो ना...*
*मुझसे डरो ना...* ।।।।।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏
तेज़ स्वर मे की गई प्रार्थना*
*ईश्वर तक पहुँचे*
*यह आवश्यक नही,,,*
*किन्तु सच्चे मन से*
*की गई प्रार्थना,,*
*जो भले ही मौन रहकर*
*की गई हो,,*
*वह ईश्वर तक अवश्य*
*पहुँचती है,,,,!!!!*
*दुनिया का सबसे खूबसूरत शब्द है,*
*" वाह...." 👌*
*जब आप किसी के लिए ऐसा बोलते हैं,*
*तब ना सिर्फ आप अपने अहंकार को तोड़ते है,*
*बल्कि एक दिल भी जीत लेते है....!!!!*
🌹🌹सुप्रभात🙏🏻🌹🌹
*इस तरह मुस्कुराने की*
*आदत डालिये कि ..!*
*परिस्थिति भी आपको परेशान*
*कर - कर के थक जाए ...!!*
*और जाते जाते जिंदगी भी*
*मुस्कुरा कर बोले ...!!!*
*आप से मिल कर खुशी हुई ...!!!!*
*🚩🏹🏹🚩*
राधास्वामी
राधास्वामी
।।।।।।।।।।।।।
।
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