🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ / कृष्ण मेहता 🌞
⛅ *दिनांक 15 दिसम्बर 2020*
⛅ *दिन - मंगलवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - मार्गशीर्ष*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - प्रतिपदा रात्रि 07:06 तक तत्पश्चात द्वितीया*
⛅ *नक्षत्र - मूल रात्रि 09:31 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा*
⛅ *योग - गण्ड रात्रि 09:32 तक तत्पश्चात वृद्धि*
⛅ *राहुकाल - शाम 03:17 से शाम 04:38 तक*
⛅ *सूर्योदय - 07:09*
⛅ *सूर्यास्त - 17:58*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - षडशीति संक्रांति (पुण्यकाल दोपहर 12:33 से सूर्यास्त)*
💥 *विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड(कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *षडशीति संक्रान्ति* 🌷
👉 *15 दिसम्बर 2020 मंगलवार को षडशीति संक्रान्ति है ।*
🙏 *पुण्यकाल : दोपहर 12:33 से सूर्यास्त तक… जप,तप,ध्यान और सेवा का पूण्य 86000 गुना है !!!*
🙏 *इस दिन करोड़ काम छोड़कर अधिक से अधिक समय जप – ध्यान, प्रार्थना में लगायें।*
🙏 *षडशीति संक्रांति में किये गए जप ध्यान का फल ८६००० गुना होता है – (पद्म पुराण )*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *आर्थिक परेशानी रहती हो तो* 🌷
🏡 *जिनके घर में हमेशा पैसो का अभाव रहता है , गरीबी रहती है - वराह पुराण में बताया है कि मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (15 दिसम्बर 2020 मंगलवार को) सुबह जल्दी भगवान विष्णु के कुछ नाम जप करें .... दीप आदि जला कर और मानसिक पूजन करें :*
🌷 *ॐ वैश्वा नराय नमः*
🌷 *ॐ अग्नये नमः*
🌷 *ॐ हवीर भुजे नमः*
🌷 *ॐ द्रवीणोदाय नमः*
🌷 *ॐ समवरताय नमः*
🌷 *ॐ ज्वलनाय नमः*
🌞 ~ *हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
🌷 *सर्दियों में ख़ास गोमूत्र पान* 🌷
💪🏻 *शरीर की पुष्टि के साथ शुद्धि भी आवश्यक है | गोमूत्र शरीर के सूक्ष्म-अतिसूक्ष्म स्त्रोतों में स्थित विकृत दोष को मल–मुत्रादि के द्वारा बाहर निकाल देता है | इसमें स्थित कार्बोलिक एसिड कीटाणुओं व हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है | इससे रोगों का समूल उच्चाटन करने में सहायता मिलती है | गोमूत्र में निहित स्वर्णक्षार रसायन का कार्य करते है | अत: गोमूत्र के द्वारा शरीर की शुद्धि व पुष्टि दोनों कार्य पूर्ण होते है |*
🍺 *सेवन विधि : प्रात: २५ से ४० मि.ली. (बच्चों को १०–१५ मि.ली.) गोमूत्र कपडे से सात बार छानकर पियें | इसके बाद २–३ घंटे तक कुछ न लें | ताम्रवर्णी गाय अथवा बछड़ी का मूत्र सर्वोत्तम माना गया है |*
💥 *विशेष : सुबह गोमूत्र में १०–१५ मि.ली. गिलोय का रस (अथवा २–३ ग्राम चूर्ण) मिलाकर पीना उत्कृष्ट रसायन है |*
🐄 *ताजा गोमूत्र न मिलने पर गोझरण अर्क का प्रयोग करें | १०–१२ मि.ली. (बच्चों को ५–१० मि.ली.) गोझरण अर्क में पानी मिलाकर लें |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
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