**राधास्वामी!! 29-12-2020-आज सुबह सतसंग में पढे गये पाठ:-
(1) नाम रस चखा गुरु सँग सार। काम रस छोडा देख असार।। मान मद बैठे दोनों हार। नाम पद हुई सुरत गलहार।।-(नाम पद बरने देख बिचार। रहा नहिं धोखा खोला झाड।।) (सारबचन-शब्द-दूसरा-पृ.सं.232,233)
(2) ध्यान गुरु हिये में धरना जरुर।।टेक।।
मन और सुरत सिमट रस पावें। देख रही सत नूर।।-(चरन सरन गह बैठी सूरत। राधास्वामी कीना कारज पूर।।) (प्रेमबानी-2-शब्द-12-पृ.सं.376)
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻**
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