प्रस्तुति - अनुपमा / निरुपमा
1
एक ही समानता है,
पतंग और जिंदगी मे,
ऊंचाई पर हो,
तब तक ही वाह वाह होती है.
🙏 Good Morning 🙏
*
बड़ों का दिया हुआ
आशीर्वाद*
*और*
*अपनों की दी हुई शुभकामनाओं*
*का कोई रंग नहीं होता....*
*लेकिन*
*जब ये रंग लाते है तो*
*जीवन में रंग भर जाते है...*
🙏🏻शुभ प्रभात🙏🏻
*सम्बन्धों की कुल पाँच सीढ़ियाँ हैं...*
*देखना..*
*अच्छा लगना..*
*चाहना..*
*पाना..*
*यह चार बहुत सरल सीढ़ियाँ हैं ...*
*सबसे कठिन पाँचवी सीढ़ी है...*
*""निभाना""*
*🙏🏻सुप्रभात*🙏🏻
:
🙏🌹🇮🇳
*जिंदगी के रथ में
लगाम बहुत है*
अपनों के अपनों पर
इलज़ाम बहुत है,*
*ये शिकायतों का दौर देखता हूँ तो
थम सा जाता हूँ।*
*लगता है उम्र कम है
और इम्तिहान बहुत है।।*
*🌹🙏🏻सुप्रभात🌹🙏🏻*
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