🙏राधास्वामी🙏
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रोजाना वाकिआत डायरी परम पूज्य हुज़ूर साहब जी महाराज🙏14-2-1932- आदित्य (रविवार)
🌹रात के सतसंग में बयान हुआ कि, हिन्दू भाईयों के पास धर्मशास्त्र के ग्रन्थ है, और मुसलमान भाईयों के पास हदीसों की किताबें हैं,
🙏लेकिन हमारे पास मौका व मौका हिदायत हासिल करने के लिए सिर्फ एक मंत्र यानी एक फारमुला हैं, वह यह है कि हम कोई ऐसा काम ना करें और कोई काम ऐसे तरीके से ना करें, जिससे राधास्वामी दयाल की नाराजगी हो,
🌹जो काम करें ऐसे करें कि उससे वसूरत कामयाबी, नाकामयाबी राधास्वामी दयाल की खुशनूदी (प्रसन्नता) हासिल हो,
🌹मसलन हमारे घरों में बरतन साफ सुथरे होने चाहिए,
🌹खाना साफ़ सुथरा पकना चाहिए,
🌹अगर हम गरीब है तो मोटी या सूखी रोटी ही खायें, लेकिन रोटी साफ़ सुथरी होनी चाहिए,
🌹चौके के अंदर बच्चों को नहीं आने देना चाहिए, क्यों कि उनके गलाजत (गंदगी) कर देने का एहतिमाम (आशंका) है,
🌹यह सब एहतियात हम इस इसलिए लेते हैं, कि तैयार होने पर हम अपना खाना अब्बल, पहले राधास्वामी दयाल के चरणों में पेश करते हैं,
🌹जो चीज उनके चरणों में पेश की जायें वह साफ़ सुथरी होनी चाहिए,
🌹इसी तरह और मिसाल देकर समझाया गया कि इस उसुल पर काम करके कैसे राधास्वामी दयाल की संगत एक निहायत पाक
और उज्जल संगत बन सकती है,,
🌹राधास्वामी🌹
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