**राधास्वामी!! 28-03-2021-(रविवार) आज सुबह सतसँग में पढे गये पाठ:-
सतसँग से पहले:-आज साहब घर मंगलकारी। गाय रही सखियाँ मिल सारी।।(प्रेमबिलास-शब्द-1-पृ.स, 5-पढा गया)
(1) भर भर प्रेम आरती गाऊँ। नई उमँग अब चित्त समाऊँ।।-
(राधास्वामी पुरुष अपारा। कहूँ कहा कुछ अजब बहारा।।)
(सारबचन-शब्द-9-पृ.सं.130,131,132:- जमशेदपुर
ब्राँच-125 उपस्थिति!)
(2) गुरु प्यारे चरन पकडे मजबूत।।टेक।।
चरनन में नित प्रीति बढाती। छोड दई जग की करतूत।।-
(राधास्वा मी मेहर से आगे चाली। सतगुरु दरस मिला जाय हूत।।)
(प्रेमबानी-3-शब्द-9-पृ.सं.16)
सतसँग के बाद:-
(1) निज गुन घाट जगत बहुतेरे। पर गुन ग्राहक नर न घनेरे।।(अमृत बचन) (रानी साहिबा एवमं पार्टी)
(2) विनयनगर ब्राँच-सब महिमा राधास्वामी सतगुरु की।। (कव्वाली) बाकी के पाठ शाम के सत्र में होंगे।
🙏🏻राधास्वामी🙏🏻
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