: राधास्वामी! आज शाम सतसंग में पढा जाने वाला पहला पाठ:-मन तू सुन ले चित दे आज। राधास्वामी नाम की आवाज।।( (प्रेमबानी-4-पृ.76,77)
राधास्वामी! / 05-09-2021-आज शाम सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा पाठ:-
प्रेमी दूर देस से आया।
सतगुरु दरशन कर हरषाया ॥१ ॥
बचन सुनत चित प्रेम बढ़ा री ।
भजन करत परतीत करारी ॥२ ॥ शोभा गुरु देखत देखत हुलसाना । उमँग उमँग कर सन्मुख आना ॥ ३ ॥
नित्त नवीन प्रीति उमँगाई
मन चित से चरनन लौ लाई ॥४ ॥
अनहद बाजा घट में बाजे ।
रूप अनूप हिये बिच राजे ॥५ ॥।
बड़े भाग जागे अब मेरे ।
मन और सुरत हुए गुरु चेरे ॥ ६ ॥
आरत करूँ राधास्वामी चरनन में । पाऊँ दया और रहूँ अमन में ॥ ७ ॥
(प्रेमबानी-1-शब्द-13-पृ.सं.150)
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