**राधास्वामी!
22-11-2021- आज सुबह सतसंग में पढा जाने वाला दूसरा शब्द- नौ द्वारन में सब कोइ बरते।
दसवाँ निरखे बिरला कोय।।१।।
जिनको मेहर से सतगुरु भेटे ।
तिन जाना यह मारग गोय॥२॥
भेद पाय उन जुगत कमाई ।
निस दिन सूरत शब्द समोय॥३॥
घंटा संख सुनत घट चाली |
गरज मृदंग सुनी धुन दोय॥४॥
माया काल बहु दाव चलाये ।
गुरु बल लीनी सूरत धोय॥५॥
निरमल होय गई दस द्वारे ।
गुफा परे निरखा पद सोय॥६॥
राधास्वामी प्यारे दया करी |
चरनन में लई सुरत मिलोय॥७॥
(प्रेमबानी-3-शब्द-4-पृ.सं. 219,220)
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